रायगढ़। जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत कोसमनारा (प.ह.नं. 08) में शासन द्वारा भूमिहीन परिवारों को जीवनयापन के लिए आवंटित पट्टा भूमि अब जमीन दलालों के हत्थे चढ़ रही है। ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रुपये की कीमत वाली इन जमीनों को दलाल बहला-फुसलाकर कोडिय़ों के दाम में खरीद रहे हैं। इस मामले में सरपंच कृष्णा डनसेना सहित कई ग्रामवासियों ने आज कलेक्टर को आवेदन देकर सूक्ष्म जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आवेदन में बताया गया है कि शासन ने गरीब एवं भूमिहीन व्यक्तियों को पट्टा देकर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया था, लेकिन गांव के ही कुछ प्रभावशाली जमीन दलाल पट्टाधारकों से संपर्क कर उन्हें लुभावने ऑफर देकर सस्ते में जमीन हड़प रहे हैं। कई जगहों पर 30-40 मकान बन चुके हैं, जबकि कुछ खरीदी गई जमीनों का सीमांकन कराकर खंभों से घेराबंदी भी कर दी गई है।
सरपंच कृष्णा डनसेना ने कहा, ‘यह गरीबों का हक छीना जा रहा है। शासन की मंशा को ठेस पहुंचाई जा रही है। हमने कलेक्टर से सभी पट्टों की गहन जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।’
आवेदन पर संजय सिदार, यदुमनी यादव (पंच), रामचरण बरमेडा, सुकलन चौहान, गर्नेशी सहित समस्त ग्रामवासियों के हस्ताक्षर हैं। आवेदक राजेंद्र कुमार ने बताया कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो गांव में सामाजिक तनाव बढ़ सकता है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही इस अवैध सौदेबाजी पर रोक लगेगी।
भूमिहीनों को मिली पट्टा भूमि पर दलालों की नजर
कोडिय़ों के दाम में हो रहा सौदा, ग्रामवासियों ने कलेक्टर से की कार्रवाई की मांग



