दीपक सिदार ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी जताया आभार, सुबरा को मिली करोड़ों की सौगात!
लैलूंगा को मिली करोड़ों की सौगात!
ग्राम सुबरा में खारुन नदी पर बनेगा उच्च स्तरीय सेतु
429.59 लाख की परियोजना को मिली मंज़ूरी, क्षेत्र में खुशी की लहर!
लैलूंगा। लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सुबरा के लिए आज का दिन ऐतिहासिक बन गया! वर्षों से जिस सपने का इंतजार क्षेत्रवासी कर रहे थे, वह अब साकार होने जा रहा है। खारुन नदी पर उच्च स्तरीय सेतु एवं पहुँच मार्ग निर्माण कार्य के लिए राज्य सरकार ने 4 करोड़ 29 लाख 59 हजार (429.59 लाख) की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है।
इस महत्वपूर्ण परियोजना को मूर्त रूप देने में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी, रामविचार नेताम, सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह और राधेश्याम राठिया के अथक परिश्रम और दूरदर्शी नेतृत्व की अहम भूमिका रही है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है, ‘यह सेतु केवल एक पुल नहीं, बल्कि हमारे क्षेत्र के विकास का नया द्वार है। यह वही परियोजना है, जिसका वादा ओ. पी. चौधरी ने डीडीसी चुनाव के दौरान किया था। आज भाजपा सरकार ने उस वादे को पूरा कर यह साबित कर दिया कि विकास ही उनका असली धर्म है।’
यह सेतु निर्माण न केवल सुबरा, खारुनपारा, कोड़ासिया, कुंजारा जैसे ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए राहत का कारण बनेगा, बल्कि किसानों, विद्यार्थियों और व्यापारियों के लिए भी जीवन रेखा साबित होगा। मानसून के दिनों में जहां नदी पार करना जोखिमभरा होता था, अब वही मार्ग सुरक्षित और सुविधाजनक बनेगा। राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी यह उपलब्धि मील का पत्थर मानी जा रही है। लैलूंगा जैसे सीमावर्ती इलाकों में सडक़ और सेतु विकास से न केवल आवागमन सुधरेगा, बल्कि व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच भी आसान होगी। यह परियोजना आने वाले समय में क्षेत्र के आर्थिक मानचित्र को नया आकार देने वाली है।
स्थानीय जनता ने भाजपा सरकार और ओ. पी. चौधरी के प्रति जताया आभार
ग्रामवासियों ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा-हमारे गांव को जो दशकों से विकास की राह में पिछड़ा समझा जाता था, अब वही गांव सरकार की प्राथमिक सूची में शामिल हो चुका है। यह पुल आने वाली पीढिय़ों के लिए विकास का प्रतीक बनेगा। अंतत:, यह सौगात साबित करती है कि जनता के विश्वास और नेतृत्व की निष्ठा जब मिलती है, तो असंभव भी संभव हो जाता है।
लैलूंगा क्षेत्र अब विकास के नए अध्याय में प्रवेश कर चुका है। अब लैलूंगा से सुबरा तक विकास की सीधी राह!