रायगढ़। जिले में जिंदल सीमेंट प्लांट द्वारा नाला बंद किए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि नाले के अवरुद्ध होने से पानी की निकासी पूरी तरह रुक गई है, जिससे भारी बारिश की स्थिति में खेतों और फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा है।
स्थानीय पार्षद विष्णुचरण पटेल ने बताया कि यह नाला बरमुड़ा, कलमी, सराईपाली, कोसमपाली, गोरखा और बाबा धाम समेत करीब 10 गांवों की जल निकासी का प्रमुख मार्ग है। उन्होंने कहा कि यह इलाका पूरी तरह इसी नाले पर निर्भर है, और इसके बंद होने से आसपास के खेतों में जलभराव की स्थिति बन गई है।
पार्षद ने बताया कि शनिवार को भी ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन को इस समस्या से अवगत कराया था। तब कंपनी ने अस्थायी रूप से एक छोटा पाइप लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था की थी, लेकिन वह अपर्याप्त साबित हुआ। नतीजतन, रविवार को ग्रामीणों को फिर से प्रदर्शन करना पड़ा।
विरोध की जानकारी मिलते ही जिंदल सीमेंट प्लांट के अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्लांट के पीआरओ एवं महाप्रबंधक हेमंत वर्मा ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की जा रही है। नाले को पोकलेन मशीन से साफ कर व्यवस्थित किया जा रहा है ताकि पानी की निकासी में किसी प्रकार की बाधा न आए। उन्होंने कहा कि कंपनी की प्राथमिकता स्थानीय लोगों की सुविधा और सुरक्षा है। जल्द ही स्थायी समाधान तैयार कर ग्रामीणों की समस्या का निवारण किया जाएगा।
जिंदल सीमेंट प्लांट के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन, नाला बंद किए जाने पर जताया विरोध
बारिश में फसलों के डूबने की आशंका से ग्रामीणों में रोष, प्रबंधन ने पानी निकासी की समस्या के त्वरित समाधान का दिया आश्वासन
