रायगढ़. अंचल में शारदीय नवरात्र पर्व को लेकर धूम मची हुई है। इस दौरान गुरुवार को भी तृतिय तिथी होने से दो दिनों तक मां चंद्रघंटा की पूजा की गई, ऐसे में अब शुक्रवार को माता के चौथा रुप कुष्मांडा देवी की पूजा की जाएगी, साथ ही इन दिनों सुबह व शाम के समय देवी मंदिरों में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं और माता के भक्ति में लीन होकर घर-परिवार के सूख, शांति व समद्धि के लिए प्रार्थना करते नजर आ रहे हैं।
इस संबंध में पूज्य मां गुरु अघोर शक्ति पीठ भगवानपुर आश्रम के पूजारी पंडित राजकुमार चौबे ने बताया कि इस बार नवरात्र पर्व 10 दिनों का है, जिससे तृतीय तिथी दो दिन होने से बुधवार और गुरुवार दोनों दिन देवी मंदिरों में मां चंद्रघंटा की पूजा की गई। ऐसे में अब शुक्रवार को माता कुष्मांडा देवी की पूजा की जाएगी, जिसको लेकर मंदिरों में सारी तैयारी कर ली गई है। ऐसे में इन दिनों देवी मंदिरों में सुबह-शाम भक्त माता के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं। लोगों का मानना है कि माता के चौथे स्वरूप यानि कुष्मांडा देवी की आठ भुजाएं होती है। इसलिए इस स्वरूप को देवी अष्टभूजी भी कहा जाता है। साथ ही माता के इस चौथे स्वरूप की आराधना से रोग व शोक का नाश होता है। साथ ही आराधना करने वालों को आयु, यश, बल और आरोग्य की प्राप्ति होती है। जिसके चलते शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के देवी मंदिरों में सुबह से भक्तों का तांता लगा रहा, साथ ही लोग अपने घरों में भी माता का आसन लगाकर पूजा किया। भक्तों का कहना है कि नवरात्र का यह नौ दिन सभी जगह माता का वास होता है। इस कारण पूरे नवरात्र भर लोग भक्ती में ही लीन नजर आते हैं।
दूर-दूर से पहुंच रहे श्रद्धालु
जब से शारदीय नवरात्र शुरू हुआ है तब से शहर सहित अंचल के देवी मंदिरों में सुबह-शाम भक्त हाजिरी लगा रहे हैं। वहीं बुढ़ी माई मंदिर में शहर सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में भक्त आकर माता के दरबार में मत्था टेक रहे हैं, इसके साथ ही जिले के प्रसिद्ध देवी मंदिर मां बंजारी, मां चंद्रहासिनी मंदिर, भगवानपुर स्थित पूज्य मां गुरू अघोर शक्ति पीठ मंदिर में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं और माता का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। साथ ही भगवानपुर आश्रम में इन दिनों सुबह-शाम संगीतमय भजन का कार्यक्रम चल रहा है, जिससे आसपास गांव के बड़ी संख्या में महिला-पुरुष पहुंच कर माता के आरती में अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे हैं।
दुर्गा पंडाल भी लेने लगे अंतिम रूप
उल्लेखनीय है रायगढ़ शहर में सप्तमी से मां दुर्गा को पंडालों में विराजमान किया जाता है, इसके लिए विगत 15 दिन से एक से बढकऱ एक पंडाल तैयार हो रहा है। जिससे समिति के लोग पंडाल को तैयार करने व उसके आसपास सजावज को लेकर दिन-रात काम करते नजर आ रहे हैं। साथ ही समिति के सदस्यों का कहना है कि बहुत जल्द पंडाल तैयार हो जाएगा। जिससे कई पंडालों से षष्ठी तिथी को तो कुछ जगह से सप्तमी तिथी पर सुबह में ही कलश यात्रा निकाली जाएगी, उसके बाद माता के प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा।
आज देवी मंदिरों में माता कुष्मांडा देवी की होगी पूजा
एक ही तिथी दो दिन होने से गुरुवार को भी मां चंद्रघंटा की हुई अराधना, ज्योति दर्शन व आरती के लिए पहुंचे बड़ी संख्या में लोग
