रायगढ़। जिला कलेक्टोरेट में प्रत्येक सोमवार को आयोजित होने वाले जनदर्शन कार्यक्रम में आज कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों से आए नागरिकों की समस्याओं, शिकायतों और मांगों को गंभीरता से सुना। ग्राम सरवानी की श्रीमती निर्मला डनसेना ने आवेदन प्रस्तुत कर शिकायत की कि तत्कालीन पटवारी ने प्रमाणीकरण हेतु उनका मूल दस्तावेज और नई ऋण पुस्तिका जमा ली थी, जो आज तक वापस नहीं की गई। इस मामले में वर्तमान पटवारी के पास भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। कलेक्टर ने इस पर संज्ञान लेते हुए संबंधित एसडीएम को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसी तरह ग्राम पंचायत पोड़ीछाल के सरपंच ने आश्रित ग्राम भून्डीबहरी के जर्जर प्राथमिक शाला भवन की समस्या रखते हुए नए भवन निर्माण की मांग की। कलेक्टर ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जनदर्शन में ग्राम पंचायत तेतला के अर्जुन निषाद ने शाकंभरी योजना के तहत सिंचाई पंप दिलाने, ग्राम औरदा की उर्मिला ने भूमि का राजस्व अभिलेख दुरुस्त कराने, ग्राम सरवानी के हरिराम ने कृषक पंजीयन में त्रुटि सुधार, ग्राम कोतमरा के रूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शेष किस्त उपलब्ध कराने तथा रायगढ़ के राजकुमार खटीक ने वृद्धा पेंशन योजना का लाभ दिलाने की मांग कलेक्टर के समक्ष रखी। मौके पर उपस्थित अन्य आवेदकों ने भी अपनी समस्याओं एवं मांगों से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए।
कलेक्टर श्री चतुर्वेदी ने प्रत्येक आवेदन का गंभीरता से अवलोकन किया और संबंधित विभागीय अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जनदर्शन कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का समयबद्ध, प्रभावी और संतोषजनक निराकरण है। इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए हर प्रकरण का निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
जनदर्शन में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से पहुंचे आवेदकों ने सुनाई अपनी समस्या
कलेक्टर ने अधिकारियों को समयबद्ध व प्रभावी कार्रवाई के दिए निर्देश



