रायगढ़। प्रशासनिक सेवा काल में एक कुशल प्रशासक के तौर पर आम और खास के दिलों में राज करने वाले विरले अधिकारी होते हैं। महज 18 साल के आईएएस कैरियर को तिलांजलि देकर आमजनों की सेवा के लिए राजनीति में पदार्पण करने वाले ओपी चौधरी ही हैं, जिन्होंने प्रशानिक अधिकारी के तौर पर आम जनता के हित वो सब नहीं कर पाने पर की सीमा से मुक्त होना जरूरी समझा। आज ओ सब लोगों के सामने होता हुआ दिख रहा है, छत्तीसगढ़ की सरकार में वित्त मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रह अपने कर्तव्यों का बेहतर निर्वहन करने वाले ओपी चौधरी में एक कुशल प्रशासक के साथ साथ एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं कुशल जनप्रतिनिधि होने की क्षमता विकसित होना उनकी दूरदर्शिता और उनके कुशाग्र बुद्धि और विवेक को दर्शाता है। बात छोटी हो बड़ी हर हाल में अपने व्यक्तित्व व कार्यशैली से लोगों को अपना बना लेना मानवीय दृष्टिकोण की संवेदनशीलता को परिभाषित करता है। आज ऐसा ही एक वाकया सामने आया जब श्रावण सोमवार के दिन रायगढ़ के प्रसिद्ध गौरीशंकर मंदिर में रायगढ़ विधायक और प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी पूजा -अर्चना के लिए पहुंचे। उस दौरान मंदिर के सामने फूल, बेलपत्र बेचने वालों पर पड़ी, सावन की कड़ी धूप में फूल बेचने वाली महिलाओं के माथे पर चमकते पसीने को देख कर ओपी चौधरी द्रवित हो गये। उन्होंने तत्काल अम्ब्रेला की उन सभी लोगों के लिए उपलब्ध कराया,जो मंदिर परिसर में रोज फूलों का पसरा लगाते हैं। यह बहुत छोटी बात कही जा सकती है कि पसरा लगाकर फूल बेचने वाले अपनी आजीविका चलाते हैं, शहर में ऐसे कई लोग हैं। परंतु बात संवेदनशीलता की है, जिस संवेदना के साथ ओपी चौधरी ने छोटा सा सहयोग किया, ऐसा विरले ही लोग करते हैं। एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि की इस तरह की कार्यशैली की चर्चा स्वाभाविक है,तो शहर में इसकी सकारात्मक चर्चा है। ऐसा नहीं है कि बतौर रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के लिए पहला अवसर नहीं है,वे इससे पहले भी आम जनता के प्रति अपने सराहनीय का प्रमाण दे चुके हैं। केलो नदी तट पर मैरिन ड्राइव निर्माण के लिए प्रगतिनगर में अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई में उन्होंने सकारात्मक पहल कर प्रभावित लोगों को आवास उपलब्ध कराने सीएसआर मद से राहत प्रदान की।
विधानसभा चुनाव में रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करने के बाद ओपी चौधरी ने रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विकास का नया विजन प्रदान किया। सडक़ों का जीर्णोद्धार हो या नई सडक़, पुल- पुलिस से लेकर विकास के बड़े कार्य की आधारशिला रखी। रायगढ़ शहर के इतवारी बाजार में आक्सीजोन सह काम्प्लेक्स निर्माण हो या, केलो तट पर भव्य नालंदा परिसर का निर्माण, पहाड़ मंदिर का कायाकल्प और नये कलेवर के साथ मंदिर परिसर को भव्यता प्रदान करने की मंजूरी, कोसमनारा बाबा धाम में विकास कार्यों के लिए एक करोड़ राशि की मंजूरी हो। या नगरनिगम क्षेत्र में करोड़ों के विभिन्न विकास कार्यों के लिए सार्थक पहल यह दर्शाता है कि ओपी चौधरी वित्त मंत्री की महती जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कितने तत्पर हैं। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न निर्माण एवं विकास कार्यों की मंजूरी उनकी प्रतिबद्धता को दोहराता है कि क्षेत्र के चहुंमुखी विकास में फंड कभी आड़े नहीं आएगी।
ओपी चौधरी ने विकास की राजनीति का नया मंत्र दिया। महज राजनीति स्वार्थ के लिए कोई क्षेत्र विशेष उपेक्षित नहीं रहेगा। विकास कार्यों के लिए राजनीति नहीं बल्कि विकास की राजनीति की शुरुआत कर ओपी चौधरी ने आमजन मानस में यह विश्वास जागृत किया है कि क्षेत्र के समग्र विकास की अवधारणा धरातल पर उतरेगी।
ओपी चौधरी के रायगढ़ विधायक बनने और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही जिले के प्रशासनिक कामकाज में कसावट देखी जा रही है। लोग इसे ओपी चौधरी की कार्यशैली से सीधे जोड़ कर देखते हैं। केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के सफल संचालन में ओपी चौधरी के सार्थक मार्गदर्शन को मानते हैं। पीएम आवास निर्माण की बात हो या नल जल योजना अथवा सीएसआर मद के सदुपयोग की बात हो हर काम में बेहतर क्रियान्वयन के उदाहरण सामने हैं।
ओ… ओपी है… ओ सब देखता है
