सारंगढ़। विधानसभा भवन में मानसून सत्र के प्रथम दिन विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े ने तारांकित प्रश्न के द्वारा युक्तियुक्तकरण के नाम पर जिले के 72 शिक्षकों का जबरन ट्रांसफर का मुद्दा उठाई। उत्तरी जांगड़े ने पूछा क्या मुख्यमंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के अंतर्गत कितने विद्यालय ऐसे हैं जहाँ से पहले युक्ति युक्त करण कर सहायक शिक्षक /शिक्षक/ व्याख्याता को अति शेष कर अन्य जगह भेजा गया? तथा उसी विद्यालय में पद रिक्त बताकर अन्य शिक्षक की पदस्थापना की गयी ? विद्यालय का नाम और शिक्षकों को नाम सहित जानकारी देवें? इस गड़बड़ी हेतु दोषी कौन है? दोषियों पर क्या कार्यवाही की जावेगी ? क्या ऐसे शिक्षकों को उनके मूल शाला में वापस भेजकर न्याय करेंगे? यदि हाँ तो कब तक? जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में कुल कितने स्कूल मर्ज होने से बंद हुए हैं? कृपया नाम सहित जानकारी देवें? जवाब में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जानकारी संलग्न प्रपत्र अनुसार है। जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़बिलाईगढ़ जिला स्तरीय युक्तियुक्तकरण समिति के सदस्य सचिव थे। उन्हें शासन द्वारा निलंबित किया गया है। अभ्यावेदन का निराकरण जिला स्तरीय समिति द्वारा किया जायेगा। समय-सीमा बताया जाना संभव नहीं है। जानकारी निरंक है। शेषांश का प्रश्न उपस्थित नहीं होता है। इस तरह संतोषजनक जवाब नहीं मिलना यह दर्शाता है कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर भ्रष्टाचार कर शिक्षकों को प्रताडि़त किया गया है।