गुरु पूर्णिमा पर विशेष
रायगढ़। गुरु पूर्णिमा के दिन आषाढ़ माह की पूर्णिमा के साथ-साथ महर्षि वेद व्यास की जयंती भी होती है। आज इस दिन विशेष पर शिष्य सनातनी परपंरा का निर्वहन करते हुए गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। जीवन को अंधकार से प्रकाश की ओर हेतु मार्गदर्शन देने वाला व्यक्ति जीवन में गुरु होता है।आध्यात्मिक और शैक्षणिक गुरुओं को सम्मान देने हेतु गुरु पूर्णिमा एक धार्मिक उत्सव की तरह है। गुरु आध्यात्मिक ज्ञान एवं संभावनाओ से भरा वो अथाह खजाना है जिसे समस्त मानव जाति हासिल कर सकती है। मानव अज्ञानता के द्वार खोल गुरु ज्ञान का खजाना कोई भी सहजता से प्राप्त कर सकता है।आध्यात्मिक गुरु एवं महान संत बाबा प्रियदर्शी राम जी के चरणों का पावन स्पर्श पाकर अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट बनोरा भी अध्यात्मिक ज्ञान का श्रेष्ठ विश्व विद्यालय बन गया। इस विश्वविद्यालय से देश भर के सभी धर्म,समाज, संप्रदाय से जुड़ी मानव जाति आध्यात्मिक ज्ञान हासिल कर रही है। धर्म का मूल नि: स्वार्थ भाव से की गई सेवा है आश्रम की सभी शाखाएं प्रियदर्शी राम जी द्वारा स्थापित पीडि़त मानव की सेवा के धर्म का निर्वहन कर रही है।अंधकार मय समाज को प्रकाश मय बनाने के दिशा में पूज्य बाबा के सार्थक प्रयास मानव जाति के लिए अनमोल धरोहर है। बाबा प्रियदर्शी राम जी की प्रेरणा से अघोर पंथ के मार्ग के चलने वाले पथिक अपने जीवन के वास्तविक लक्ष्य को हासिल करने सफल हुए हैं। बाबा प्रियदर्शी राम ने मानव जाति को जीवन में वास्तविक लक्ष्य हासिल करने का सहज मार्ग बताया। ताकि मनुष्य के जीवन में भटकाव ना हो। उन्होंने बताया कि सुख दुख केवल मन की अवस्था है और साधनों पर निर्भरता दुखो का कारण बन जाती है। हर मनुष्य के अंदर असीमित शक्तियां मौजूद है लेकिन वह इससे अनजान रहता है। बाबा प्रियदर्शी राम मनुष्य को उनकी ही अन्त: शक्ति से ही ना केवल परिचित कराया बल्कि उसे जागृत एवं विकसित करने का हर संभव उपाय भी बताया। स्कूली शिक्षा के साथ साथ व्यावहारिक ज्ञान को आवश्यक बताते हुए पूज्य पाद ने कहा अधिक धन संपति जुटाने वाले साधक ही समाज में सफल माने जाए यह आवश्यक नही है। अपितु पीडि़त मानव की सेवा करने वाले व्यक्ति जीवन मे सही मायने में संतुष्ट के साथ साथ सफल माने जाते है। बनोरा की इस अध्यात्मिक पाठशाला ने समाज को ऊंचाई हासिल करने के साथ ऊंचाई में बने रहने का मार्ग भी बताया है। बनोरा आश्रम की मानव सेवी गतिविधियां अंतिम पंक्ति में खड़े साधन विहीन लोगो के जीवन के मूलभूत आवश्यकता शिक्षा चिकित्सा मुहैया करा रही है।अघोर गुरु पीठ बनोरा के पीठाधीश्वर प्रियदर्शी बाबा राम जी पूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी के सूक्ष्म स्वरुप की अनुपम धरोहर ही है।
तीन दशक पहले बाबा प्रियदर्शी राम जी के चरण रज पाकर पावन हुई बनोरा की यह पावन स्थली ज्ञान प्रेम संस्कार की त्रिवेणी बन चुकी जहां से देश भर अघोर पंथ से जुड़े साधक जीवन से जुड़े रहस्यमयी जिज्ञासाओं को आसानी से समझ रहे है। वैचारिक मतभेद से समाज में वैमनस्यता बढ़ रही। कटुता बढ़ रही है। रिश्तों में प्रेम का अभाव हो रहा है। व्यवसायिक शिक्षा को प्राथमिकता देने से नाना प्रकार की विसंगतियां आ रही है। ऐसे प्रतिस्पर्धा के दौर में बाबा प्रियदर्शी राम जी के आशीर्वचन एवं व्यवहारिक ज्ञान समाज की बढ़ती खाई को पाटने में मददगार साबित हो रहे है।
अघोरेश्वर महा प्रभु आपका ही सूक्ष्म स्वरुप आपसे मिलती भाव भंगिमा, आपके उद्देश्य, आप जैसी चमत्कृत शक्ति का अहसास अघोर पंथ से जुड़े शिष्यों को आज भी बनोरा में सहजता से दृष्टगोचर हो रहा है। प्रियदर्शी राम जी आपके चरण रज सभी के माथे में आशीर्वाद स्वरुप मौजूद रहे।
भभूत से भक्ति,मोक्ष,मुक्ति, के साथ आध्यात्मिक विकास
नश्वर मानव जीवन भभूत में तब्दील हो जाती है। अघोर पंथ इसी भभूत की विनम्रता और सरलता का प्रतीक मानता है। पूज्य बाबा प्रियदर्शी राम जी भभूत को आध्यात्मिक विकास का प्रतीक मानते है। जीवन के मोक्ष और मुक्ति का प्रतीक बताते है। भक्ति और उपासना में भी भभूत का विशेष महत्व है
बनोरा में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का कार्यकम
आज प्रात: 7.00 बजे शक्तिपीठ ध्वज पूजन सफल योनि पाठ,के बाद प्रात: 7.30 बजे गुरुचरण पादुका पूजन एवं हवन, प्रात: 8.30 बजे सामूहिक आरती, प्रात: 9.00 बजे गुरूगीता का सामूहिक पाठ का आयोजन होगा। बाबा प्रियदर्शी राम जी प्रात: 9.15 से अपराह्न 12.30 तक गुरु दर्शन हेतु रहेंगे। अपराह्न 12.00 बजे से 4.15 बजे तक सामूहिक प्रसाद वितरण होगा। सायं 4.45 बजे अघोर पंथी गुरु प्रियदर्शी राम के श्री मुख से सत्संग के अमृत वर्षा का लाभ ले सकेंगे।
गुरु पूर्णिमा पर सीएम साय बनोरा आश्रम और कोसमनारा में करेंगे गुरु दर्शनम
मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम
रायगढ़। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर रायगढ़ जिले के बनोरा आश्रम में गुरु दर्शनम कर कोसमनारा में सत्यनारायण बाबा का भी आशीर्वाद लेंगे।
सूबे के आका यानी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 10 जुलाई की सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर राजधानी रायपुर के सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री निवास से कार द्वारा रायगढ़ के लिए प्रस्थान करेंगे और साढ़े 10 बजे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचेंगे। श्री साय स्टेट प्लेन द्वारा पूर्वान्ह 11 बजे ओ.पी. जिंदल एयरस्ट्रीप रायगढ़ पहुचेंगे। फिर कार द्वारा साढ़े 11 बजे अघोर गुरूपीठ ट्रस्ट, बनोरा के श्री गुरू दर्शनम् कार्यक्रम में शामिल होंगे। बनोरा आश्रम में घंटेभर रहने के बाद अपरान्ह साढ़े 12 बजे मुख्यमंत्री श्री साय कार द्वारा कलेक्टोरेट परिसर जाएंगे। वहां पौने 1 बजे रेडी टू ईट कार्यक्रम अंतर्गत अनुबंध पत्र वितरण करेंगे।
तदुपरान्त, सवा 1 बजे कलेक्टोरेट परिसर से कार द्वारा कोसमनारा जाकर हठयोगी सत्यनारायण बाबा का दर्शन करते हुए आम जनता के लिए खुशहाली की कामना करेंगे। दोपहर 1.30 से 2 बजे तक कोसमनारा में आरक्षित समय रहेगा। तत्पश्चात, मुख्यमंत्री श्री साय का दोपहर सवा 2 बजे ओ.पी. जिंदल एयरस्ट्रीप आगमन होगा। दोपहर 2.45 बजे स्टेट प्लेन द्वारा वे राजधानी रवाना होंगे। सवा 3 बजे वे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पहुंचेंगे।
अघोर गुरूपीठ बनोरा आश्रम में 3 पार्किंग स्थल निर्धारित
रायगढ़। गुरु पूर्णिमा पर्व इस वर्ष 10 जुलाई को श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर जिलेभर के प्रमुख मंदिरों और आश्रमों में श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन, पूजन और गुरु वंदना के लिए पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ और सुगम व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था की तैयारी की गई है। इसी क्रम में गुरु पूर्णिमा के दिन ग्राम बनोरा स्थित अघोर गुरूपीठ बनोरा आश्रम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात पुलिस द्वारा 3 अलग-अलग पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की गई है। इन पार्किंग स्थलों पर दोपहिया एवं चारपहिया वाहनों के लिए उचित स्थान सुनिश्चित किया गया है ताकि दर्शन हेतु आने-जाने में किसी प्रकार की बाधा न हो और यातायात प्रणाली भी सुचारु बनी रहे। यातायात पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे केवल चिन्हित पार्किंग स्थलों पर ही अपने वाहन पार्क करें और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस को सहयोग प्रदान करें। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग स्थलों का मैप भी जारी किया गया है, जिसमें सभी प्रवेश, निकासी मार्ग और पार्किंग स्थल स्पष्ट रूप से दर्शाए गए हैं। पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से यह भी अनुरोध किया है कि वे भीड़भाड़ से बचने हेतु निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें और किसी भी आपात स्थिति में मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों से संपर्क करें।