रायगढ़। वन मंडल रायगढ़ में लंबे समय से फर्जी वाउचर के माध्यम से शासन को लाखों करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है। एक ऐसे ही मामले में रायगढ़ वन मंडल के रायगढ़ रेंज में पदस्थ तत्कालीन रेंजर, डिप्टी रेंजर व परिसर रक्षक पर वसूली के आदेश जारी किए गए हैं। जुरड़ा गांव में तालाब निर्माण की आड़ में लाखों का फर्जी वाउचर बनाकर वन कर्मियों ने गोलमाल किया था। मीडिया में मामला उजागर होने के बाद सीसीएफ ने आदेश जारी कर उक्त तीनों कर्मचारियों से वसूली और उनका एक-एक वेतन वृद्धि रोकने का आदेश जारी किया है।
मिली जानकारी के अनुसार वन परिक्षेत्र रायगढ़ अंतर्गत जुरड़ा गांव में कैंपा मद से तालाब निर्माण कराया जाना प्रस्तावित था लेकिन निर्माण के आड़ में बिना काम पूरा किये ही 8 लाख 39 हजार 182 रुपये का फर्जी वाउचर बना लिया गया और उसका गबन कर लिया गया। कक्ष क्रमांक 1010 जुरड़ा में यह कारनामा वर्ष 2021 में किया गया। मीडिया में खबर आने के बाद इसकी जांच शुरू कराई गई। जांच में पाया गया की तत्कालीन रेंजर छोटेलाल डनसेना, डिप्टी डेंजर राजकुमार सारथी व परिसर रक्षक लाखन सिंह सिदार के द्वारा फर्जी प्रमाणक तैयार कर लाखों रुपए का बंदरबाट किया गया है। वन मंडल स्तर पर जांच के बाद रिपोर्ट मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर को भेजी गई। इसके पश्चात सीसीएफ राजेश कुमार चंदेले ने रेंजर छोटे लाल डनसेना से 2 लाख 93 हजार, डिप्टी रेंजर राजकुमार सारथी से 2 लाख 93 हजार व परिसर रक्षक लाखन सिदार से 1 लाख 25 हजार रुपये राशि वसूली का आदेश जारी किया गया है। साथ ही तीनों कर्मचारियों की एक वेतन वृद्धि रोके जाने का भी आदेश जारी किया गया। इस आदेश से यह प्रमाणित होता है की रायगढ़ वन मंडल में फर्जी वाउचर का खेल चल रहा है। हालांकि इस मामले में भी जांच अधिकारियों ने लीपापोती की है। 54 लाख रुपए के घोटाले में सिर्फ 8 लाख का ही घोटाला बताकर पूरे मामले को रफा-दफा कर दिया गया है। जबकि फर्जीवाड़ा करने वाले इन तीनों कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जानी थी। लेकिन नुकसान की रिकवरी मात्र का आदेश जारी कर वन कर्मचारियों को बचाने का प्रयास किया गया है।
रेंजर, डिप्टी रेंजर व परिसर रक्षक से होगी लाखों की वसूली
वन मंडल रायगढ़ में फर्जी वाउचर कांड
