बिलाईगढ़। छग शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष संजय ठाकुर एवं जिलाध्यक्ष टिकेश ठाकुर ने बताया कि 2013 के बाद से राज्य में प्राचार्य पदोन्नति नहीं हुई थी, नब्बे प्रतिशत से अधिक हाई स्कूल प्राचार्य विहीन थे,संस्था प्रमुख की पदस्थापना नहीं होने से अनुशासन और शिक्षा गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ रहा था,सैकड़ों योग्यता और पात्रताधारी शिक्षक पदोन्नति की राह ताकते सेवानिवृत्त और मृत हो गए। वर्तमान सरकार से सत्ता संभालते ही शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग के भारसाधक एवं मुख्यमंत्री से मिलकर इस पर व्यापक और सारगर्भित चर्चा कर शीघ्र प्राचार्य पदोन्नति आदेश जारी करने की मांग की थी जिस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक रूप से लेकर विभाग को प्राचार्य के आदेश जारी करने के निर्देश दिए। जिसका परिणाम हुआ कि 30 अप्रैल को लगभग 3000 शिक्षकों को प्राचार्य के रूप में पदोन्नत कर दिया गया। परन्तु कुछ शिक्षकों ने मामला कोर्ट में ले जाकर उलझा दिया। शासन ने कोर्ट में मजबूती से पक्ष रखा और आज पदोन्नति पर स्टे हट गया। वर्षों बाद मिली इस पदोन्नति से प्रदेश के पूरे शिक्षक प्रसन्न हैं।
प्राचार्य पदोन्नति आदेश जारी करने पर शासन का, मुख्य मंत्री, शिक्षा सचिव, शिक्षा संचालक का आभार प्रगट करने वालों में प्रांताध्यक्ष संजय ठाकुर, प्रमुख संगठन मंत्री ओंकार सिंह, कार्यकारी प्रांताध्यक्ष उमेश भारती गोस्वामी, प्रांतीय महामंत्री मनोज राय, प्रांतीय कोषाध्यक्ष गया राम राजवाड़े ,प्रांतीय उपाध्यक्ष टेकराम सेन, डॉ अशोक गुप्ता, सतीश तिवारी, मीडिया प्रभारी एवं जिलाध्यक्ष कांकेर टिकेश ठाकुर, संभागीय अध्यक्ष तरुण राठौर, जिला अध्यक्ष सारंगढ़ रामकुमार साहू,सचिव योगेंद्र पड़वार, संरक्षक बी एल चंद्राकर, भगवान प्रसाद दुबे, नवल दुबे, कमलेश्वर साहू,मूलचंद देवांगन, नारायण सिंह तोमर, बुद्धेश्वर कश्यप, चैतन्य साहू,अरुण साहू, कमल रानी डहरिया, गौरी शंकर कर्ष, अमित केशरवानी, कोमल साहू, अरुण देवांगन, चूड़ामणि साहू,हेमचंद्र साहू, जयति लाल कुर्रे, आदि शामिल हैं।
हाईकोर्ट से स्टे हटते ही प्राचार्य पदोन्नति के शिक्षकों चेहरे पर खिली मुस्कान
