रायगढ़। सरिया को रायगढ़ जिले में यथावत नहीं रखने के बाद सरिया क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त रोष देखा जा रहा है। अक्रोशित ग्रामीणों और भाजपाइयों का कहना है कि पवित्र नवाखाई त्योहार के दिन जहां लोग अपने घरों में कुलदेवी और अपने गांव में ग्राम देवी जी का नया अन्न के साथ पूजा तथा वंदना करते हैं। ऐसे पावन पर्व के दिन ही आज से दो वर्ष पूर्व सरिया क्षेत्र के लोग अपनी कुलदेवी एवं ग्रामदेवी माता की वंदना छोडक़र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास में उनके बुलावे पर विधायक प्रकाश नायक के साथ रायपुर पहुंचे थे और सरिया को रायगढ़ जिले में यथावत रखने हेतु मांग पत्र सौंपा था जिस पर मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित सरिया के जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों की मौजदूगी में यह आश्वस्त किया था कि सरिया क्षेत्र रायगढ़ जिले में ही रहेगा।वहीं बरमकेला में दावा आपत्ति के समय-सीमा के दौरान अठारह हजार से भी अधिक लोगों की उपस्थिति में रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ने यह बात कही थी कि हम रायगढ़ में थे,हैं और आगे भी रहेंगे,भूपेश बघेल जो कहते हैं-उसे करते हैं ,भूपेश है तो भरोसा है।परन्तु ऐन वक्त पे उन्होंने पलटी मार दी और अपने वायदों के विपरित सरिया को सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला में शामिल कर दिया जिससे क्षेत्र में उनके प्रति आक्रोश है।
गांव-गांव में चलाया जा रहा है अभियान
भारतीय जनता पार्टी मण्डल सरिया के आह्वान पर नवाखाई त्योहार 2023 के दिन को विश्वासघात दिवस के रूप में मनाया गया था तथा इस मौके पर आयोजित जनसभा में यह शंखनाद किया गया था कि पवित्र नवाखाई के दिन जो हमारे साथ विश्वासघात किया गया था उस धोखे को याद दिलाने के लिए आज से हम क्षेत्र के प्रत्येक गांव में जायेंगे और इन दोनों नेताओं का पुतला जलायेंगे।
इसी तारतम्य में गत दिवस ग्राम साल्हेओना,मानिकपुर एवं गोबरसिंहा में कार्यक्रम आयोजित कर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस बीच आक्रोशित लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक प्रकाश नायक का पुतला दहन कर अपना विरोध जताया।
सरिया को यथावत रायगढ़ में नहीं रखे जाने पर फूटा आक्रोश
क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री व विधायक का पुतला फूंका
