जशपुरनगर। तपकरा युवामोर्चा के मंडल अध्यक्ष के नाम से लिखे स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक छ्व॥ 03 ्र॥ 4147 वाहन ग्राम पंचायत केरसई के मुख्यमार्ग में अनियंत्रित होकर पलट गई.जिसमें सवार सभी लोग गंभीर रूप से चोटें आई है.घटना की जानकारी मिलते ही तपकरा पुलिस घटना स्थल पर जाकर सभी घायलों को 108 की मदद से कुनकुरी हॉस्पिटल भेज दिए है। घटना अभी तुरंत की है.बरहाल प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वाहन चालक तेज रफ्तार से वाहन को चला रहा था.लोगों का कहना है कि वाहन 50 मीटर से अनियंत्रित होकर लडख़ड़ा रही थी.जिससे उसमें बैठे लोग आवाज दे रहे थे.लेकिन चालक से बीच सडक़ पर ही गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई.इस घटना में गाड़ी की हालात चकनाचूर है.स्कॉर्पियो वाहन के परखच्चे उड़ गये है.बरहाल घटना के बाद लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है.घटना स्थल पर पुलिस भीड़ को हटाने के साथ ही बीच सडक़ में फसे वाहन को किनारे लगाने मसक्कत कर रही है।
एनएसयूआई से- 61 पदाधिकारियों को हटाया, 16 को कारण बताओ नोटिस जारी
कांग्रेस में निष्क्रिय पदाधिकारियों पर कार्यवाही शुरु
रायपुर। कांग्रेस में निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने की कवायद स्टूडेंट विंग एनएसयूआई से शुरू हो गई है। रायपुर जिला अध्यक्ष ने संगठन में निष्क्रिय पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 61 लोगों को पद से हटा दिया है। इसके अलावा 16 अन्य कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ये फैसला हाल ही में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन के निर्देशों के तहत लिया गया, जिसमें साफ कहा गया था कि जो लोग काम नहीं करना चाहते, उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए या घर बैठ जाना चाहिए।
एनएसयूआई रायपुर जिला अध्यक्ष शांतनु झा ने बताया कि ये फैसला सिफऱ् इसलिए लिया गया है, क्योंकि कई लोग लंबे वक्त से संगठन की गतिविधियों से दूर हैं। हाल ही में जब हृस्ढ्ढ का स्थापना दिवस मनाया गया, तब भी कई पदाधिकारी नदारद रहे। इससे साफ हो गया कि कुछ लोग सिर्फ नाम के लिए पद पर हैं, न तो काम कर रहे हैं और न ही संगठन को समय दे रहे हैं।
शांतनु ने साफ कहा, एनएसयूआई कोई टाइमपास करने की जगह नहीं है। ये मंच उन युवाओं का है, जो विचारधारा के लिए, स्टूडेंट्स की आवाज़ बनने के लिए काम करते हैं। जो लोग सिर्फ फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने के लिए संगठन से जुड़े हैं, अब उनका टाइम ओवर हो गया है। उन्होंने ये भी कहा कि ये कार्रवाई किसी से दुश्मनी में नहीं की गई है। ये कदम पूरी तरह संगठन की सफाई और एक्टिव लोगों को आगे लाने के मकसद से उठाया गया है। जिन लोगों को नोटिस दिया गया है, उन्हें अपना जवाब देने का आखिरी मौका दिया गया है। अगर जवाब ठोस नहीं हुआ, तो वो भी बाहर होंगे।
एनएसयूआई की इस कार्रवाई से संगठन में हलचल तो मच ही गई है, लेकिन दूसरी तरफ बहुत से जमीनी कार्यकर्ताओं को इससे राहत भी मिली है। एक कार्यकर्ता ने कहा, हम लोग जो हर मीटिंग, हर प्रोग्राम में शामिल होते हैं, मेहनत करते हैं। अब हमारी अहमियत बढ़ेगी। बहुत से लोग तो सालभर गायब रहते हैं, लेकिन हर फोटो में सामने दिखते थे। अब वो सिस्टम खत्म हो गया। एनएसयूआई रायपुर ने एक लाइन में सबको साफ संदेश दे दिया है- अब पद नहीं, परिश्रम चलेगा। यानि जो एक्टिव रहेगा, वही संगठन में रहेगा। आने वाले समय में और भी बदलाव होंगे, ताकि रायपुर हृस्ढ्ढ एक मजबूत, डिसिप्लिन और एक्टिव टीम के रूप में सामने आ सके। ये एक तरह से कांग्रेस के उस राष्ट्रीय मैसेज का लोकल वर्जन है, जिसमें कहा गया था जो काम नहीं करना चाहते, वो आराम करें या रिटायर हो जाएं। अब देखना ये होगा कि बाकी जिलों में भी इसी तरह की सफाई शुरू होती है या नहीं।
भाजपा के युवामोर्चा मंडल अध्यक्ष की वाहन मुख्य मार्ग पर अनियंत्रित होकर पलटी
सभी सवार लोग गंभीर रूप से घायल, मौके पर पहुची पुलिस
