रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुप्रसिद्ध कवि, लेखक एवं पत्रकार पद्मभूषण पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती (04 अप्रैल) पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने पंडित माखन लाल चतुर्वेदी को स्मरण करते हुए कहा कि उनकी रचनाओं में प्रकृति प्रेम, त्याग, बलिदान और देशभक्ति का अनुपम संगम दिखाई देता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी ने अपनी प्रभावशाली लेखनी के माध्यम से जनमानस में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत की और उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बिलासपुर के सेंट्रल जेल में लिखी गई उनकी प्रसिद्ध कविता ‘पुष्प की अभिलाषा’ आज भी लोगों के हृदय में देशभक्ति की भावना का संचार करती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि चतुर्वेदी जी की उत्कृष्ट रचनाएं, उनमें निहित राष्ट्रप्रेम और संवेदना भावी पीढिय़ों के मन में सदैव देशभक्ति की भावना का संचार करती रहेंगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने दानवीर दाऊ कल्याण सिंह की जयंती पर किया नमन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के महान समाजसेवी और दानवीर दाऊ कल्याण सिंह की जयंती (04 अप्रैल) के अवसर पर उन्हें सादर नमन किया है। उन्होंने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह न केवल अपनी दानशीलता के लिए प्रसिद्ध थे, बल्कि वे एक ऐसे मनीषी थे जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन जनसेवा और सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह ने अस्पताल, पुस्तकालय, कॉलेज और जलाशय जैसे सार्वजनिक हित के कार्यों हेतु भूमि का दान दिया। उनका यह योगदान शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ, जिससे प्रदेश के प्रत्येक वर्ग को लाभ मिला।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि दाऊ कल्याण सिंह जैसी विभूतियाँ समाज को सेवा, समर्पण और संवेदना के मूल मूल्यों से जोड़ती हैं। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति का त्याग और दूरदर्शिता पूरे समाज को दिशा दे सकती है। दाऊ कल्याण सिंह का नाम छत्तीसगढ़ की माटी में सदा-सर्वदा के लिए अंकित है। उनके कार्य और मूल्य आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा-पुंज बने रहेंगे। उनका आदर्श जीवन हमें यह सिखाता है कि सच्चा सम्मान उसी को मिलता है, जो अपना जीवन समाज की सेवा में लगाता है।