रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की मीटिंग ली। बैठक में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हुए। मीटिंग के बाद पायलट ने कहा कि जो निष्क्रिय हैं, ऐसे लोगों को बदला जाएगा। पार्टी से खिलाफत करने वालों पर सख्त एक्शन होगा। पायलट ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति, चुनाव के परिणाम जैसे कई विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। आने वाले 9 महीने में संगठन को और ताकत देने के लिए रोडमैप बनाएंगे। कांग्रेस आम लोगों के बीच जाएगी। कांग्रेस मास कॉन्टैक्ट करेगी। इसके पहले रायपुर जेल में पायलट कवासी लखमा से मिले थे।
मीटिंग से पहले सचिन पायलट ने शराब घोटाला मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की। जेल से बाहर निकलकर पायलट ने बयान दिया कि, केंद्र-राज्य की डबल इंजन का काम कांग्रेस पर अटैक करना है। पायलट ने कहा कि भाजपा की विचारधारा का विरोध करने पर चरित्र हरण करने की कोशिश की जाती है, सरकारी एजेंसी से मनोबल तोडऩे की कोशिश होती है। ये व्यक्ति विशेष की लड़ाई नहीं है। देश में जहां-जहां बीजेपी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है, वहां विरोध जताएंगे।
कांग्रेस के बागी भी सचिन पायलट से मिलने की कोशिश करते दिखाई दिए। निर्दलीय पार्षद आकाश तिवारी जेल परिसर और कांग्रेस भवन में दिखाई दिए। पायलट से मिलकर कांग्रेस में वापसी की इच्छा जताई। वहीं कुलदीप जुनेजा भी पायलट से मिलने की कोशिश करते दिखे। बैठक में लोकसभा, विधानसभा, नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों में हुई हार की समीक्षा और आगामी रणनीतियों पर चर्चा हुई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस न सिर्फ विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवा चुकी है, बल्कि हाल ही में संपन्न नगर निगम, नगर पालिका और पंचायत चुनावों में भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस अधिकांश नगर निगमों में महापौर और पंचायतों में अध्यक्ष पद तक नहीं जीत पाई, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा देखी जा रही है। बैठक में पीसीसी प्रभारी सचिन पायलट के साथ-साथ सहप्रभारी जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़, पीसीसी चीफ दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत कई नेता मौजूद रहे। पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी कांग्रेस पार्टी का एक प्रमुख रणनीतिक निकाय होता है, जिसका काम राजनीतिक मामलों पर मंथन करना, चुनावी रणनीति बनाना और संगठन को मजबूत करने के लिए फैसले लेना होता है। यह कमेटी पार्टी के फैसलों में अहम भूमिका निभाती है, खासकर जब पार्टी को पुनर्गठन या हार की समीक्षा करनी होती है।
सबको मालूम है बैठक में क्या होता है : अरूण साव
डिप्टी सीएम अरूण साव ने कांग्रेस की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि, कांग्रेस की समीक्षा बैठकों में होता क्या है। ये सबको मालूम है। जनता क्यों इनसे दूर हो गई। ये अपनी कमियों पर विचार करने के बजाय एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ेंगे और इसका दोषी किसी और को बनाने की कोशिश करेंगे।
पायलट ने ली पीएसी की मीटिंग, पीसीसी-चीफ बदलाव पर ब्रेक
बैठक में नहीं दिखे टीएस सिंहदेव, पार्टी से खिलाफत करने वालों पर होगा एक्शन : सचिन पायलट
