जांजगीर-चांपा। जिला मुख्यालय जांजगीर के लिंक रोड में नियम-कायदों को ताक पर रखकर संचालित ज्ञानदीप डीएड-बीएड कॉलेज में अभ्यर्थियों से निर्धारित शुल्क से चार गुना अधिक वसूली का मामला सामने आया है, जिसका बकायदा स्टिंग कर वीडियो क्लीप मीडिया से साझा की गई है।
इसके अलावा जिले में संचालित तीन अन्य डीएड-बीएड कॉलेजों का भी स्टिंग करने के बाद वीडियो क्लीप मीडिया को उपलब्ध कराई गई है, जिनमें शिव शक्ति डीएड-बीएड कॉलेज खोरसी, लाल बहादुर शास्त्री डीएड-बीएड कॉलेज बलौदा और आरके बीएड कॉलेज नवागढ़ का नाम शामिल है। इधर, मामले को गंभीरता से लेते हुए एससीईआरटी ने जांच के आदेश दिए हैं। जानकारी के अनुसार, ज्ञानदीप डीएड-बीएड कॉलेज जांजगीर सहित इन चारों कॉलेजों में लंबे अर्से से निर्धारित शुल्क से चार गुना अधिक राशि लिए जाने की शिकायतें सामने आ रही थी मगर, अब तक किसी ने भी इन कॉलेज के संचालकों की करतूतों को कैमरे में कैद नहीं किया था। इस वजह से इनकी मनमानी बढ़ती गई और आखिरकार अभ्यर्थियों को मजबूर होकर इन कॉलेज संचालकों की करतूतों को कैमरे में कैद करना पड़ा।
सीडी के साथ जांच रिपोर्ट सौंपने के आदेश
इधर, स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो वायरल होने के बाद एससीईआरटी संचालक ने प्रवेश घोटाला मामले में संज्ञान लेकर जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना समन्वयक को संयुक्त रूप से जांच दल गठित कर जांच प्रतिवेदन सौंपने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच कर चार दिसंबर 2024 तक वीडियो क्लीप की सीडी के साथ जांच रिपोर्ट सौंपने कहा गया है, जिसके बाद अब जांच कमेटी का गठन किया गया है। गठित जांच कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर, बिलासपुर, मुंगेली, जिला मिशन समन्वयक जांजगीर, बिलासपुर और मुंगेली शामिल हैं।
एक से डेढ़ लाख रूपए तक वसूली
बता दें कि डीएड के लिए अधिकतम शुल्क 20 हजार रूपए प्रतिवर्ष निर्धारित है तो वहीं बीएड के लिए अधिकतम शुल्क 35 हजार रूपए प्रतिवर्ष है। मगर, अधिकांश कॉलेजों में संचालकों द्वारा एक से डेढ़ लाख रूपए तक वसूले जा रहे हैं। इस मामले में शिकायत करने वाले और पीडि़त विद्यार्थियों का दावा है कि अगर सही तरीके से मामले की जांच की जाए तो 200 करोड़ रूपए से अधिक का घोटाला उजागर होगा।
ज्ञानदीप कालेज सहित चार कॉलेजों का हुआ स्टिंग ऑपरेशन
निर्धारित शुल्क से चार गुना अधिक वसूली का मामला, एससीईआरटी ने दिए जांच के आदेश
