खरसिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चपले मंडल में संयुक्त 3 मंडल मिलकर विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन दिनांक 17.11.2024 दिन रविवार को ग्राम चपले में रेलवे स्टेशन माँ कालीबाड़ी (रॉबर्टसन रेल्वे स्टेशन) से मुख्य बस्ती से सभी स्वयं सेवकों द्वारा देशभक्ति गीत से गुंजायमान करते हुए संचलन होते हुए बयांग चौंक पुरानी मंडी चपले में कार्यक्रम स्थल तक संपन्न हुआ और चपले के चौक चौराहों पर स्वयं सेवकों का स्वागत ग्रामवासियों व माताओं द्वारा फूलों से पुष्प वर्षा कर किए गए। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में श्री बृजमोहन डनसेना उपस्थित रहे एवं मुख्य वक्ता श्री प्रेमानंद सिदार वरिष्ठ स्वयंसेवक, खरसिया खंड कार्यवाह खगेश्वर साहू, खंड सह कार्यवाह मनोज कुमार साहू, मुख्य शिक्षक शिवा वैष्णव, खंड प्रचार प्रमुख रूपेद्र पटेल, जिला बौद्धिक प्रमुख बुदेश्वर महंत एवं सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता प्रेमानंद सिदार ने कहा कि विजयादशमी उत्सव विजय का प्रतीक है, संघ की स्थापना 27 सितम्बर सन् 1925 से प्रारंभ हुआ और तब से लेकर अब तक की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उपलब्धियों के बारे में बताया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा से ही देश हित के लिए कार्य करती हैं अब तक कई बार सेना की मदद करते हुए अपने कई स्वयं सेवकों की प्राणों की आहुति भी दे चुकी है तथा वर्तमान समय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की देश को आवश्यकता क्यों है उसे बताया, आज संघ शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है, जिसमें स्वयं सेवकों द्वारा पञ्च प्रण लिया गया है जिसमें 1. सामाजिक समरसता के बारे में बताया की छुआ- छूत के भावनाओं को छोडक़र सभी को समान व्यवहार करना चाहिए 2. कुटुम्ब प्रबोधन में अपने पूरे परिवार को साथ में बैठ कर खाना खाना चाहिए साथ मिलकर रहना चाहिए 3. पर्यावरण संरक्षण आज हम नवरात्रि का उपवास 9 दिन बिना खाए रह सकते हैं, लेकिन बिना हवा के कुछ छड़ भी जीवित नहीं रह सकते। जिस कारण इस पर्यावरण का संरक्षण बहुत आवश्यक है 4. स्व के बोध व स्वदेशी को मान कर मातृ भाषा, और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना चाहिए 5 नागरिक कर्तव्य बोध प्रत्येक नागरिकों के मूल कर्तव्य और देश भक्ति देश की संस्कृति को जानने और उसका पालने करने का महत्व को बताया संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन बनकर तैयार हुआ है, आज देश में राष्ट्र विरोधी शक्तियां समाज को खंडित करने के प्रयास में लगा है। ऐसे समय में हमें एक साथ इस संगठन के माध्यम से ताकतवर व सशक्त होकर एक साथ चलने की आवश्यकता है संघ संस्कार, अनुशासन और देशभक्ति के रूप में कार्य कर रहा है इस अवसर पर अमृतवचन मनीष कुमार चौहान और एकलगीत केशरचंद साहू द्वारा किया गया एवं क्षेत्र के स्वयंसेवकों और ग्राम वासियों की गरिमामई उपस्थिति रही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का चपले संयुक्त मंडल पथ संचलन संपन्न
