रायगढ़। कवर्धा जिले में हुए घटना को लेकर कांगे्रस के द्वारा आज छत्तीसगढ़ का बंद का आव्हान किया गया था जिसके तहत आज रायगढ़ में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला। सुबह से ही कांगे्रसियों ने शहर में रैली निकालकर सभी व्यापारियों से बंद करने की अपील की गई। इस दौरान कार्मेल स्कूल के बाहर भी स्कूल बंद कराने को लेकर कांगे्रसियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई।
मिली जानकारी के अनुसार कवर्धा की घटना को लेकर कांग्रेस के छत्तीसगढ़ बंद के आव्हान का रायगढ़ जिले में मिला जुला असर देखने को मिला। सुबह से ही कांग्रेस के पदाधिकारियों ने शहर में रैली निकाल कर सभी व्यापारियों से बंद करने की अपील कर रहे थे लेकिन सुबह से ही दुकाने खुलने लगी थी। बाजार खुलते देख कांग्रेस कार्यकर्ता अलग अलग टीम बना कर बंद करवाने निकले तो कई व्यवसाइयो से उनकी झड़प भी हुई। वहीं दुकान बंद करने के लिए दबाव बना रहे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओ को पुलिस ने रोका तो पूर्व विधायक प्रकाश नायक व सीएसपी अभिनव उपाध्याय के बीच इस बात को लेकर तीखी बहस हो गयी। वहीं कांग्रेस के कड़े तेवर को देखते हुए शहर के प्रमुख मार्केट की अधिकांश दुकाने बंद हो गयी। कुल मिला कर बंद का मिला जुला असर रहा। पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस भाजपा कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही है और व्यवसाइयो को दूकान खोलने के लिए उकसा रही है। वहीं बंद के दौरान शहर के पेट्रोल पंप बंद होनें की वजह से कई लोगों को पेट्रोल नही मिलने की वजह से वाहन को पैदल ढुलाते हुए ले जाते हुए भी देखा गया। वहीं दूसरी ओर बाद में जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों के निर्विध्न संचालन के संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया गया। बताया जा रहा है कि कार्मेल स्कूल में छुट्टी होनें के कारण अधिकांश छात्र वापस लौट गए थे। जिन्हें मैसेज करके दोबारा स्कूल बुलवाया गया था।
कवर्धा कांड पर खरसिया बंद सफल
उमेश पटेल के आह्वान पर व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दिया व्यापक समर्थन
खरसिया। शनिवार को कवर्धा में पुलिस कस्टडी में एक युवक की हुई मौत के दोषियों पर कार्रवाई की मांग और छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के आह्वान पर खरसिया पूर्ण रूप से बंद रहा। पूर्व मंत्री एवं खरसिया विधायक उमेश पटेल के नेतृत्व में इस बंद को व्यापारियों और नागरिकों का व्यापक समर्थन मिला, जिससे बाजार पूरी तरह से बंद रहा।
इस बंद की सफलता का मुख्य कारण यह था कि व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखकर इस आंदोलन को समर्थन दिया। सुबह से ही कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता विभिन्न टुकडिय़ों में बंटकर मोटरसाइकिल और पैदल मार्च कर व्यापारियों से बंद में सहयोग की अपील कर रहे थे। विधायक उमेश पटेल ने सुबह 6 बजे से ही खरसिया पहुंचकर कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्ण तरीके से बंद आयोजित करने के निर्देश दिए। उनके नेतृत्व में कांग्रेस की टीम ने सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे तक विभिन्न टुकडिय़ों में बंटकर नगर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों, दुकानों, ठेलों, गुमटियों और सब्जी विक्रेताओं से सहयोग की अपील की।
उमेश पटेल ने स्टेशन चौक और बाजार चौक पर पहुँचकर जनता से समर्थन मांगा। उनकी सक्रियता ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भर दी। शहर के कई स्थानों पर दुकानें खुली ही नहीं, और जो कुछ एक दुकानें खुली थीं, वहां कांग्रेस नेता लगातार समर्थन मांगने पहुंचते रहे। बंद के दौरान, दवा दुकानें और क्लिनिक जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों को कोई परेशानी न हो। इस दौरान, पुलिस की टीम भी शहर में स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए गश्त करती रही।
कवर्धा कांड : कांगे्रस के बंद का दिखा मिला जुला असर
पूर्व विधायक की हुई पुलिस से बहस
