रायगढ़। जिले के लैलूंगा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराने के लिए पहुचे एक मरीज को डाक्टरेां ने यह कह कर वापस कर दिया कि आपका उपचार नहीं हो सकता है। जिससे पीडि़त मरीज ने इसकी शिकायत कलेक्टर से करने की बात कह रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिले के स्वास्थ्य सुविधाएं इस कदर बिगड़ी हुई है कि शासकीय अस्पतालों में सेवा देने वाले डाक्टर और कर्मचारी मरीजों के साथ भेदभाव करते नजर आ रहे हैं, जिसके चलते उपचार के लिए जाने वाले मरीज के साथ उसके परिजनेां को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिले के लैलूंगा निवासी राकेश जायसवाल शनिवार को अपने बेटे को उपचार कराने के लिए लैलूंगा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और ओपीडी पर्ची लेकर जब डाक्टर के पास पहुंचे तो उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डे्रसर को बोला कि उक्त मरीज को बोल दो कि उसका उपचार यहां नहीं हो सकता। ऐसे में डाक्टर मनोज पटेल ने इस संबंध में बीएमओ डॉ. लखन पटेल से बात की तब डाक्टर लखन पटेल कहा कि उक्त मरीज को सिस्ट है जिससे उसको रायगढ़ भेज दो क्योंकि इसका इलाज हमारे द्वारा नहीं किया जाएगा। जिससे डॉ. मनोज पटेल ने उक्त पर्ची पर मेडिकल कालेज रायगढ़ के लिए रेफर कर दिया। जिससे मरीज व परिजन परेशान है। ऐसे में पीडि़त अब उक्त डाक्टरों की शिकायत कलेक्टर से की है। वहीं पीडि़त ने बताया कि विगत दिनों अस्पताल में साफ-सफाई व कई तरह के भ्रष्टाचार की खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित कराने के कारण यहां के डाक्टरेां में नाराजगी है। जिसके चलते इस तरह के द्वेश भाव कर रहे हैं। जो पूरी तरह से गलत है।
अस्पताल पहुंचे मरीज को डाक्टरों ने बगैर उपचार के लौटाया
