रायगढ। विगत सप्ताह से चल रहे भागवत कथा के समापन दिवस में बेलादुला का सिंधु भवन खचाखच भरा रहा। वृन्दावन से पधारे आचार्य चैतन्य किशोर कटारे ने अपनी मधुर वाणी और प्रेरक प्रसंगों द्वारा श्रोताओं को पूरे सप्ताह तक श्रीमद भागवत कथा का रसपान कराया। रोजाना शतादिक श्रद्धालु कथा के सागर में पुण्य की डुबकी लगाते रहे। सात दिवसीय संगीतमय भागवत के दौरान कई प्रसंगों में श्रोताओं के आँसू बरबस छलक उठे तो कई भागवत प्रसंग ने आमंत्रितों व श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया था। वहीं उन्होंने रोचक ढंग से पौराणिक सत्ती चरित्र, ध्रुव चरित्र, नरसिंह अवतार, बाली, वामन अवतार, सुदामा, आदि प्रसंगों में उनके ओजस्वी वाणी से इनका वर्णन श्रद्धालुओं को विशेष रूप से भाया। कृष्ण जनमोत्सव व रुकमणी विवाह के दिवस पूरा भवन खचाखच भरा हुआ था और आमंत्रित श्रद्धालु भाव विभोर होकर झूमे।वहीं इस गया भागवत आयोजन को नया गंज के कुन्दनलाल गुप्ता परिवार द्वारा 8 सितंबर से शुभारंभ किया था जिसका 14 सितम्बर को सुदामा कृष्ण मिलन ने एक बार फिर श्रोताओं को रोने पर मजबूर कर दिया तत्पश्चात सुकदेव जी की विदाई, ब्यासपीठ पूजन, रंगारंग संगीतमय फूलों की होली व पूर्णाहुती के पश्चात साप्ताहिक मधुर संगीत भागवत कथा समापन हुआ। कथा के दौरान स्थानीय नागरिक, स्नेहीजन, श्रद्धाल सहित झारखंड ओडिशा से भी काफी संख्या में कथा श्रवण हेतु भागवत प्रेमियों का आगमन हुआ।आयोजन में भव्यता व समुचित प्रबंध ब्यवस्था देने में निशिकांत, विकाश, हर्ष, कान्हा गुप्ता सहित पूरा नया गंज कुन्दनलाल गुप्ता जिंदल परिवार पूरे सप्ताह जुटा रहा।