रायगढ़ के साहित्यिक गौरव को बनाये रखने के लिए डॉ. मीनकेतन प्रधान की विशेष पहल, साहित्य परिषद के पूर्व छात्र प्रसन्न व नरहरि ने सौंपा ज्ञापन
रायगढ़। कला एवं संस्कारधानी के नाम से विख्यात रायगढ़ नगरी में साहित्यिक धारा को नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से अँचल के प्रसिद्ध शिक्षाविद सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. मीनकेतन प्रधान के कुशल मार्गदर्शन में मुकुटधर पांडे शोध पीठ की स्थापना के लिए स्थानीय विधायक और वित्त मंत्री ओपी चौधरी को किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रायगढ़ के स्नातकोत्तर हिंदी साहित्य परिषद के पूर्व छात्र प्रसन्न शर्मा व नरहरि साव के द्वारा ज्ञापन सौपा गया। जिस पर मंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की। जिले में इस शोध पीठ की स्थापना से हिन्दी, छत्तीसगढ़ी, उडिय़ा सहित भारतीय समस्त भाषाओं, विदेशी भाषाओं में शोध कार्य, तुलनात्मक अध्ययन तथा नवीन संभावनाओं आधारित युगान्तरकारी साहित्यिक, सांस्कृतिक महत्त्व के उपक्रमों को राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नयी दिशा मिलेगी। पार्श्ववर्ती ओडिशा, झारखंड आदि राज्यों के अनेक विद्यार्थी-शोधार्थी भी इससे लाभान्वित होंगे। साथ ही समूचे छत्तीसगढ़ को वैश्विक स्तर पर विशिष्ट पहचान मिलेगी। इस महत्वपूर्ण पहल के लिए मंत्री जी ने सराहना करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और यथाशीघ्र उचित कदम उठाए जाने की बात कही।
हिन्दी शोध पीठ के लिए वित्तमंत्री को सौंपा ज्ञापन
