रायगढ़। किरोड़ीमल जिला चिकित्सालय इन दिनों वगैर एंबुलेंस के संचालित हो रहा है। जिससे यहां मरीजों को लाने ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अब मरीज के परिजनों को निजी ऐंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है जिले के सबसे बड़े किरोड़ीमल जिला अस्पताल में आए दिन किसी न किसी समस्या होने के कारण यहां उपचार कराने आने वाले मरीजों व परिजनों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसके बाद भी व्यवस्था सुधारने कोई बेहतर पहल नहीं हो पा रहा है। विगत तीन-चार साल पहले मेडिकल कालेज अस्पताल से अलग होने के बाद जिला अस्पताल में सुविधाओं का टोटा हो गया था, जो आज तक स्थिति में सुधार नहीं हो पाया है। ऐसे में यहां एक सालों पुरानी एंबुलेंस थी, जिसे रिपेयर कराकर काम चलाया जा रहा था, लेकिन अब विगत माहभर से यह एंबुलेंस भी गैरेज में खड़ी हो गई है, लेकिन इसका सुधार के लिए कोई पहल नहीं हो रहा है। ऐसे में अब यहां एंबुलेंस नहीं होने की स्थिति उपचार कराने आने वाले मरीजों को काफी समस्या हो रही है।
जिला अस्पताल के अंदर में एमसीएच भी संचालित होता है। जिससे दूर-दराज के मरीज सबसे पहले जिला अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन यहां कई तरह की सुविधाएं नहीं होने की स्थिति गर्भवती महिला व बच्चों को एमसीएच में रेफर किया जाता है, साथ ही अन्य गंभीर मरीजों को मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा जाता है, लेकिन अब स्थिति ऐसी बन गई है कि डाक्टरों द्वारा रेफर किए जाने पर अस्पताल के पास एंबुलेंस नहीं होने से परिजनों को वाहन की व्यवस्था करने के लिए कहा जाता है, जिससे स्वयं के खर्च से एमसीएच व मेडिकल कालेज अस्पताल मरीज को लेकर जा रहे हैं। जिससे इनके ऊपर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। साथ ही अस्पताल सूत्रों की मानें तो जिले के सभी सीएचसी-पीएचसी सेंटरों में एंबुलेंस वाहन उपलब्ध है, लेकिन जिला अस्पताल इसकी सुविधा न होना बड़ा दुर्भाग्य है।
क्या कहते हैं परिजन
इस संबंध में घरघोड़ा क्षेत्र उपचार कराने जिला अस्पताल आए एक परिजन ने बताया कि जिला अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों जांच कर बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कालेज अस्ताल रेफर किया गया, ऐसे में अस्पताल के पास एंबुलेंस नहीं होने से निजी एंबुलेंस करना पड़ा। साथ ही अस्पताल परिसर में निजी एंबुलेंस तो खड़ी रहती है, लेकिन मरीजों को लेकर जाने में इनके द्वारा कोई रियायत नहीं दिया जाता। जिससे आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
कंडम हो चुकी है एंबुलेंस
जिला अस्पताल में अभी तक जो एंबुलेंस वाहन चल रही थी, वह विगत माहभर से गैरेज में खड़ी है, साथ ही ज्यादा पुरानी होने के कारण हमेशा खराब होते रहती है, जिसके चलते अब उसका रिपेयर नहीं हो रहा है। इस स्थिति में मरीजों को खुद से प्रायवेट ऐंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है।
एंबुलेंस बगैर संचालित हो रहा जिला अस्पताल
कई माह से कंडम पड़ी है वाहन, मरीजों को लाने-ले जाने में हो रही परेशानी
