सारंगढ़। डीईओ कार्यालय सारंगढ़ में दीपक तिवारी जो की प्राशा सारंगढ़ के प्रधान पाठक में पदस्य है। अवैध रूप से आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से शिक्षा कार्यालय से अपने आप को संलग्न करवाया गया। कार्यालय में न्यायालयीन प्रकरणो से अवैध रूप से राशि की मांग की जाती है। बिलासपुर उच्च न्यायालय आने जाने, खाने पीने के नाम पर एक केश में 10 से 15 हजार तक की उनके द्वारा राशि मांग किया जाता है, सभी केशों में सेटिंग कर भ्रष्ट्राचार रखा जा रहा है। पैसे ना देने वालो के खिलाफ गलत तथ्य न्यायालय में प्रस्तुत करने या मामले को लंबित रखने की धमकी दी जाती है। तत्काल में बीईओ बरमकेला का मामला और ओपन परीक्षा से निलंबित शिक्षकों का मामला देखा जा सकता है। विदित हो कि इतने संवेदन शील कार्य को एक स्कूल के प्रधान पाठक को दिया जाना संदेह की भूमिका को स्पष्ट दर्शाता है। कार्य वाही किए जाने हेतु शिकायत पत्र प्रस्तुत है। जिस शिकायत के लिए कलेक्टर द्वारा एक जांच समिति बनाई गई है। जिसमें यें अधिकारी जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। जो शिक्षा विभाग से संबंधित प्राप्त शिकायतों पर शिकायत पत्र में उल्लेखित तथ्यों पर जाँच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किये जाने हेतु अधिकारियों की जाँच समिति बनाई गई है। जिसमें जिला कोषालय अधिकारी, सहा. आयुक्त व नोडल अधिकारी, सहकारिता विभाग, सहायक विकास आयुक्त, आदिवासी विकास शाखा सारंगढ़,जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक अधीक्षक प्राप्त शिकायत के संबंध में 7 दिवस के भीतर जांचकर अपना अभिमत सहित प्रतिवेदन इस कलेक्टर कार्यालय को देना सुनिश्चित करे।
नपा प्रधान पाठक की अवैध वसूली की होगी जांच

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lochan Gupta
