रायगढ़। 12 जून को थाना घरघोड़ा में नाबालिक बालिका उसके परिजनों के साथ आकर अजय (परिवर्तित नाम) निवासी खरसिया के विरुद्ध लिखित आवेदन देकर दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई। बालिका के लिखित आवेदन अनुसार जनवरी 2024 को अजय इसके गांव सडक़ बनाने मजदूरी का काम करने आया था जिससे जान परिचय हुआ और अजय से मोबाइल पर बात करती थी।
अजय ने 01 मार्च को स्कूल से घर वापस लौटते समय जंगल में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाया था। बालिका के रिपोर्ट पर धारा 376(2)(द) और 4,6 पॉक्सो एक्ट कायम कर महिला संबंधी अपराध में समय सीमा का परिपालन करते हुए तत्काल घरघोड़ा पुलिस संदेही अजय (परिवर्तित नाम) को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में संदेही अजय द्वारा बालिका से केवल मोबाइल में बातचीत करना बताते हुए बालिका से कभी नहीं मिलना कहकर घटना कारित करने से इनकार किया। बालिका के बताए अनुसार घटना 01 मार्च का संदेही के मोबाइल डिटेल की भी जांच की गई जो बालिका के बताये घटनास्थल से भिन्न था।
बालिका का महिला पुलिस अधिकारी एवं न्यायालयीन कथन पृथक से कराया गया जिसमें बालिका ने अजय से केवल बातचीत होना बताई और परिवारवालों के डर से आनन-फानन में अजय के नाम पर एफआईआर दर्ज करायी जबकि असल में उसके साथ दुष्कर्म राजेश पाल निवासी पोडीदलहा अकलतरा हा.मु. चिराईपानी रायगढ़ ने किया है। घरघोड़ा पुलिस द्वारा संदेही राजेश पाल और पीडि़ता का मोबाइल का डिटेल निकल गया जिसमें पिछले 6 महीनों में करीब 1500 बार कॉल मैसेज का आदान प्रदान हुआ है। तत्काल घरघोड़ा पुलिस द्वारा संदेही राजेश पाल को सारंगढ़ में दबिश देकर पकड़ा गया तथा पीडि़ता का तहसीलदार घरघोड़ा के समक्ष संदेही से शिनाख्तगी कराई गई। संदेही राजेश पाल को देखकर बालिका पहचान की है। आरोपी राजेश पाल सुंदर लाल पाल उम्र 23 वर्ष सा. ग्राम पोड़ीदलहा थाना अकलतरा जिला जांजगीर-चांपा हा.मु. किराये का मकान ग्राम चिराईपाली किरोडीमल थाना कोतरारोड जिला रायगढ़ से मोबाइल की जप्ती कर आरोपी को दुष्कर्म के अपराध में घरघोड़ा पुलिस द्वारा गिरफ्तार का न्यायाधीश रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन व एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, एसडीओपी धरमजयगढ़सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन पर महिला संबंधी अपराध में संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी की गई है। संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक अमित तिवारी, उप निरीक्षक मानकुंवर, सहायक उप निरीक्षक विलफ्रेड मसीह, आरक्षक राजेश राठौर और किशोर राठौर की अहम भूमिका रही है।
पहले डर से दूसरे के नाम पर दर्ज कराई रिपोर्ट
आखिरकार नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी सारंगढ़ से गिरफ्तार
