रायगढ़। भीषण गर्मी के बीच यात्री ट्रेनों के लेट-लतीफी परिचालन से सफर करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। जिसके चलते सफर करने वाले यात्रियों को प्लेटफार्म में बैठकर इंतजार करना पड़ रहा है। जिसके चलते सबसे ज्यादा दिक्कत बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को रही है।
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिला औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण यहां दीगर प्रांत के बड़ी संख्या में लोग आकर प्लांटों में काम करते हैं, जिससे आए दिन रायगढ़ स्टेशन से हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग अपने गंतब्य तक जाने के लिए ट्रेन पकड़ते हैं, लेकिन इन दिनों ट्रेनों के लेट-लतीफी परिचालन के चलते यात्रियों को भीषण गर्मी के बीच घंटों स्टेशन में बैठकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है। साथ ही लेट-लतीफी परिचालन के चलते टेनों में काफी भीड़ भी हो रही है। जिसके चलते और समस्या बढ़ गई है। साथ ही इन दिनों अन्य ट्रेनों की अपेक्षा साउथ बिहार व कोलकाता की तरफ जाने वाली ट्रेनों में कुछ ज्यादा ही भीड़ देखी जा रही है, लेकिन इस रुट की सभी ट्रेनें घंटों विलंब से चलने के कारण यात्री सुबह से देर रात तक ट्रेन के इंतजार में स्टेशन बैठकर समय बिता रहे हैं, वहीं यात्रियों का कहना है कि लंबी दूरी की ट्रेनें तो लेट से चल ही रही है, साथ ही जोन के अंदर चलने वाली ट्रेनें भी बिलंब से चलने के कारण लोकल यात्रियों को भी परेशान होना पड़ रहा है। जिसको लेकर यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है। साथ ही विगत दो-तीन दिनों से अलग-अलग स्टेशनों में काम चलने के कारण साउथ बिहार व टिटलागढ़ पैसेजर को रद्द कर दिया गया था, लेकिन गुरुवार को साउथ बिहार को चालू किया गया था, लेकिन टिटलागढ़ रद्द थी, जिससे झारसुगुड़ा की ओर जाने वाले यात्री सुबह से ही स्टेशन पहुंच गए थे, और जब टिकट लेने के लिए पहुंचे तो पता चला कि टिटलागढ़ पैसेंजर रद्द है, जिससे उनके द्वारा साउथ बिहार एक्सप्रेस का टिकट लिया गया, इस दौरान जब दोपहर करीब आधे घंटा देरी से जब टे्रन स्टेशन पहुंची तो अत्यधिक भीड़ होने के कारण कई यात्री चढ़ ही नहीं पाए, जिससे उनके द्वारा अब उसके पीछे आने वाले आने वाली ट्रेन के इंतजार बैठना पड़ा। वहीं कई यात्री यह सोचकर बैठे थे कि अब उत्कल एक्सप्रेस आएगी तो उसमें जाएगे, लेकिन यह ट्रेन शाम करीब सात बजे पहुंची जिससे इनको सुबह से लेकर शाम तक इस भीषण गर्मी में बैठना पड़ा।
इस संबंध में सफर करने वाले यात्रियों का कहना था कि रायगढ़ स्टेशन काफी साल पहले ही ए-ग्रेड स्टेशन तो घोषित हो गया था, लेकिन आज पर्यंत तक यहां सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। साथ ही इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी के चलते सफर करने वाले यात्रियों को राहत पहुंचाने के लिए कोई सुविधा नहीं है, साथ ही यात्री प्रतिक्षालय तो है, लेकिन यहां भी पर्याप्त कूलर की व्यवस्था नहीं होने से प्रतिक्षालय में बैठना मुश्किल होता है। जिससे कोई टिकट काउंटर तो कोई स्टेशन के मुख्य गेट में बैठकर इंतजार कर रहे थे। साथ ही पूरे दिन पूछताछ काउंटर पर ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए यात्रियों की भीड़ लगी रही।
घंटों विलंब से पहुंच रही यात्री ट्रेने
इन दिनों लोकल हो या एक्सप्रेस सभी ट्रेने विलंब से चल रही है। जिससे लंबी दूरी के यात्री तो परेशान होते ही है साथ ही लोकल यात्रियों को भी परेशान होना पड़ रहा है। ऐसे में गुरुवार को टिटलागढ़ जाने वाली पैसेंजर के रद्द होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई थी, लेकिन इस बीच करीब आधा घंटा देरी से दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस 12.48 बजे पहुंची जो उधर से ही पूरी तरह से पैक आई थी, जिससे कुछ यात्री तो धक्का-मुक्की कर चढ़ गए, लेकिन ज्यादातर यात्री भीड़ के चलते नहीं चढ़ पाए। इसके साथ ही पूणे -हटिया एक्सप्रेस का रायगढ़ पहुंचने का समय सुबह 10.30 बजे है, लेकिन यह ट्रेन दोपहर करीब 3.56 बजे पहुंची, इसके साथ ही योगनगरी ऋषीकेश से चलकर पूरी तक जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस का रायगढ़ पहुंचने का समय दोपहर 11.28 बजे है, लेकिन विलंब से चलने के कारण यह ट्रेन 7.30 बजे रायगढ़ पहुंची, इसी तरह गोंदिया-झारसुगुड़ा फास्ट पैंसेजर भी करीब एक घंटा देरी से रायगढ़ पहुंची, जिससे यात्रियों को पूरे दिन गर्मी व उसम से परेशान होना पड़ा।
भीषण गर्मी के बीच ट्रेनों की लेट-लतीफी से यात्री हलाकान
पैसेंजर से लेकर एक्सप्रेस तक चल रही घंटो लेट से, उमश भरी गर्मी में ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री
