रायपुर। रायपुर के ऐतिहासिक करबला तालाब (आत्मानंद सरोवर) में अवैध निर्माण कर कब्जा किया जा रहा है। ये कहना है नगर निगम के भाजपा पार्षद दल का, इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष समेत भाजपा पार्षदों ने प्रदर्शन भी किया। बीजेपी पार्षदों का कहना है कि, सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाब की जमीन समेटी जा रही है।
विपक्षी नेताओं के विरोध के बाद निगम के अधिकारी और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की। रास्ते पर कंस्ट्रक्शन मटेरियल रखकर रास्ता जाम करने वाले लोगों का समान जब्त किया गया। रायपुर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने बताया कि हमें जानकारी मिली है कि 1.25 करोड़ का सौंदर्यीकरण होना है। सौंदर्यीकरण के नाम पर तालाब के तीन तरफ सिर्फ बाउंड्रीवाल बनाकर पाथ वे बनाया गया है। वहीं चौथा रास्ता जो रहवासियों के आने जाने का रास्ता था उसे ब्लॉक कर दिया गया है। वहीं यह काम किस एजेंसी की ओर से किया जा रहा है, कब तक प्रोजेक्ट पूरा होना है इसे लेकर ना ही निगम के पास जवाब है ना ही स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के पास जवाब है।
6 महीने से ये रास्ता ब्लॉक
नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि, पिछले दिनों भी हम तालाब से कब्जा हटवाने पहुंचे थे। कुछ महीने से चुनाव कार्य में व्यस्त थे तो फिर यहां करबला तालाब में कब्जा शुरू हो गया। तालाब से लगकर एक बड़ा काम्प्लैक्स भी बन रहा है। वहीं बिल्डिंग बनाने वाले की ओर से आम रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया है। कंस्ट्रक्शन मटेरियल रखकर 6 महीने से रास्ता ब्लॉक किया गया है। हमने जोन के अधिकारियों को बुलाकर मटेरियल जब्त करने कहा है। भाजपा पार्षद दल के प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे ने कहा कि पिछले सरकार के समय से एक बड़ा कॉम्प्लेक्स तैयार हो रहा है। बिल्डिंग बनाने के लिए किस तरह की परमिशन दी गई है, इसकी जांच के लिए अधिकारियों से कहा गया है। वहीं स्थानीय लोगों की शिकायत है कि आम रास्ते को बिल्डिंग बनाने वाले रसूखदार की ओर से बंद कर दिया गया है।
करबला तालाब पर कब्जा, विरोध में उतरे भाजपा पार्षद
निगम और स्मार्ट सिटी अधिकारियों को जानकारी ही नहीं निर्माण कौन कर रहा
