रायपुर। राजधानी रायपुर में लगातार ऑनलाइन ठगी की वारदात बढ़ रही है। क्रिप्टो करेंसी में इनवेस्ट के नाम पर एक और शख्स इसका शिकार हो गया। आरोपियों ने उससे अलग-अलग किस्त में 30 लाख रुपए ऐंठ लिए। मामला मुजगहन थाना इलाके का है। एक दिन पहले ही टिकरापारा थाना इलाके में भी महिला पार्ट टाइम जॉब के बहाने ठगी का शिकार हुई। उसने लालच में 8.5 लाख रुपए गंवा दिए। इसी तरह 4 दिन पहले 13 मई को भी एक शिकायत पंडरी थाने में दर्ज हुई। इसमें एक डॉक्टर ने 2 करोड़ 92 लाख रुपए गंवा दिए।
पीडि़त सुशांत कुमार ने मुजगहन थाना में एफआईआर दर्ज करवाई। उसने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात कोलकाता में अमित कुमार थापा नाम के व्यक्ति से हुई थी। आरोपी अमित ने वेद प्रकाश और राजेंद्र सिंह के साथ मिलकर क्रिप्टो करेंसी में बिजनेस करने का प्लान दिखाया। अमित ने बताया कि उनके 2 और साथी मयूर कुमार रजनीकांत और विजय कुमार राठौर सूरत गुजरात में ई कॉमर्स कंपनी चलाते हैं।
आरोपियों ने सुशांत को कहा कि इस कंपनी में इन्वेस्ट करने से हर महीने 10 प्रतिशत लाभ भी मिलेगा। इसके बाद लालच में आकर पीडि़त ने 31 जुलाई 2022 को 5 लाख रुपए लगा दिए। उसके बाद ढाई लाख, 2 लाख, 50 हजार जैसे अलग-अलग किस्तों में करीब 30 लाख रुपए पीडि़त ने आरोपियों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। पीडि़त के मुताबिक, इसमें से करीब 8-9 लाख रुपए कैश में भी जमा कराए गए हैं।
पैसे मांगने पर टालमटोल करने लगे
इस मामले में सुशांत ने जब अमित थापा से पैसे वापस मांगे तो वह टालमटोल करने लगा। जब पीडि़त ने उस कंपनी के बारे में जानकारी निकाली तो पता चला कि कंपनी बंद हो चुकी है। इसके बाद पीडि़त को ठगी का एहसास हुआ और उसने पुलिस थाने में जाकर स्नढ्ढक्र दर्ज कराई।
एक आरोपी हिरासत में
इस मामले को लेकर मुजगहन थाना प्रभारी आशीष राजपूत ने कहा कि पीडि़त ने शिकायत दर्ज करवाई कि 2022 में करीब 30 लाख रुपये किस्तों में आरोपियों को भेजे थे। इस मामले में फिलहाल एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी करके मामले का खुलासा किया जाएगा।
रायपुर में क्रिप्टो करेंसी के बहाने 30 लाख की ठगी
कहा- हर महीने 10 प्रतिशत लाभ मिलेगा
