रायगढ़। गर्मी शुरू होते ही यात्री ट्रेनों की चाल इस कदर बिगड़ गई है कि चार से पांच घंटा देरी से चल रही है, जिसके चलते इन दिनो ंसफर करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में अब यात्रियों को स्टेशन में ही बैठकर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जिसको लेकर यात्रियों में आक्रोश भी देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिला औद्योगिक नगरी होने के कारण यहां दीगर प्रांत के बड़ी संख्या में लोग आकर प्लांटों में काम करते हैं, साथ ही अप्रैल माह में स्कूलों की परीक्षा खत्म होने के बाद अपने गांव लौटने लगते हैं। ऐसे में जहां ट्रेनों में वेटिंग बढ़ गई है तो वहीं घंटों विलंब से चलने के कारण बच्चों के साथ महिला व बुजुर्गों को भी परेशान होना पड़ रहा है। वहीं इन दिनों अन्य ट्रेनों की अपेक्षा साउथ बिहार व कोलकाता की तरफ जाने वाली ट्रेनों में कुछ ज्यादा ही भीड़ देखी जा रही है, लेकिन इस रुट की सभी ट्रेनें घंटों विलंब से चलने के कारण यात्री सुबह से देर रात तक ट्रेन के इंतजार में स्टेशन बैठकर समय काट रहे हैं, जिससे सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों व महिलाओं को उठानी पड़ रही है, लेकिन ये ट्रेनें क्यों लेट चल रही है इसका जवाब तो रेलवे अधिकारी भी नहीं दे पा रहे हैं। जिसको लेकर यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है। साथ ही यात्रियों का कहना है कि साउथ बिहार एक्सप्रेस हर दिन अपने निर्धारित समय से 6 से 7 घंटा देरी से चल रही है। साथ ही इस ट्रेन में वेटिंग भी ज्यादा है, जिसके चलते सीट कंफर्म नहीं होने के कारण इन दिनों स्लीपर भी जनरल की तरह बन गया है। साथ ही जनरल बोगी की तो ऐसी स्थिति है कि उसमें चढऩा मुश्किल हो जाता है। जिसके चलते कई बार नहीं चढ़ पाने के कारण ट्रेन भी छुट जा रही है। जिससे अब अगले दिन आने का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर समय से परिचालन होता तो काफी हद तक राहत मिलती।
इन दिनों लोकल हो या एक्सप्रेस सभी ट्रेने विलंब से चल रही है। जिससे लंबी दूरी के यात्री तो परेशान होते ही है साथ ही लोकल यात्रियों को भी परेशन होना पड़ रहा है। ऐसे में मंगलवार को इतवारी-टाटानगर फास्ट पैसेंजर का रायगढ़ में पहुंचने का समय 11.39 बजे है, लेकिन ये ट्रेन 3.54 बजे पहुंची, साथ ही ऋषिकेश-पूरी उत्कल एक्सप्रेस भी अपने निर्धारित समय से करीब पौने दो घंटा देरी से पहुंची। वहीं दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस का रायगढ़ आने का समय 12.5 बजे है, लेकिन यह ट्रेन 4.13 बजे पहुंची, इसके साथ ही गोंदिया-झारसुगुडा भी करीब सवा दो घंटा देरी से रायगढ़ पहुंची है। इसके साथ ही निजामुद्दीन एक्सप्रेस भी करीब साढ़े तीन घंटा देरी से रायगढ़ पहुंची है। साथ ही सबसे ज्यादा पूणे आजाद हिंद एक्सप्रेस को मंगलवार को शाम करीब 6.25 बजे पहुंचना थ्ज्ञा, लेकिन यह ट्रेन बुधवार को सुबह करीब 5 बजे तक पहुंचने की बात कही जा रही थी। जिससे इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्री शाम को स्टेशन पहुंच गए थे, जो पूरी रात गर्मी व उमस से बेहाल नजर आए।
कनेक्टीविटी कार्य के चलते लोकल ट्रेने रद्द
उल्लेखनीय है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल अंतर्गत रायगढ़-किरोड़ीमलनगर स्टेशन के बीच स्थित जेसपीएल केबिन में चौथी लाइन कनेक्टिविटी के लिए नॉन इंटरलाकिंग का कार्य 10 से 12 अप्रैल तक किया जाना है। जिसके चलते कुछ लोकल ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है। इस संबंध में रेलवे अधिकारियों ने बताया कि 10 से 12 अप्रैल तक बिलासपुर व रायगढ़ से चलने वाली गाड़ी संख्या 08738/ 08737/ 08736/ 08735 बिलासपुर-रायगढ़-बिलासपुर मेमू पैसेंजर रद्द रहेगी। इसके साथ ही 10 से 12 अप्रैल तकि गोंदिया से चलने वाली गाड़ी संख्या 08861 गोंदिया-झारसुगुड़ा मेमू पैसेंजर बिलासपुर स्टेशन में समाप्त होगी तथा बिलासपुर-झारसुगुड़ा के मध्य रद्द रहेगी। इसीप्रकार 10 से 12 अप्रैल तक झारसुगुड़ा से चलने वाली 08862 झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू स्पेशल बिलासपुर स्टेशन से प्रारंभ होगी तथा झारसुगुड़ा-बिलासपुर के मध्य रद्द रहेगी।
यात्री ट्रेनों की बिगड़ी चाल, सफर करने वाले यात्री हो रहे हलाकान
