रायगढ़ इस वर्ष मार्च में ही इस कदर तपने लगा है कि अप्रैल-मई की गर्मी याद आने लगी है। ऐसे में जिले का तापमान 38 डिग्री के करीब पहुंचने से इसका असर जन-जीवन पर दिखाई देने लगा है। जिससे लोग अब अपना कार्य सुबह-शाम निपटाने की युगत में लग गए हैं। साथ ही एक फिर से मौसम में बदालव की संभावना की उम्मीद लेकिन अधिकतम तापमान में कुछ खास गिरावट आने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि इस बार फरवरी माह से ही सप्ताहभर से तेज धूप के साथ तापमान में वृद्धि होते ही बीच-बीच में बुंदा-बांदी होने से कुछ राहत मिली रही थी। साथ ही मार्च माह में भी होली के पहले सप्ताहभर तक अच्छी बारिश हुई, जिससे कुछ दिनों तक मौसम सुहाना हो गया था, लेकिन 22 मार्च से मौसम साफ होने के बाद एकाएक अधिकतम तापमान में वृद्धि होने लगी, जिससे विगत तीन-चार दिनों से कभी 37 तो कभी 38 डिग्री तापमान पहुंच रहा है। जिसके चलते इसका असर लोगों के सेहत पर पडऩे लगा है। ऐसे में विगत 25 मार्च से जिले में गर्मी काफी तेज हो गई है, जिससे लोग दोपहरी में घरों से निकलने से पहले सोचने के लिए मजबूर हो रहे है। दोपहर के समय अधिकतर लोग कूलर की हवा में रहना पसंद कर रहे हैं। बगैर गमछे के दोपहर को धूप में निकलने वालों का चेहरा झुलस रहा है। मौसम विभाग की मानें तो अप्रैल माह से गर्मी और बढ़ेगी। दोपहर को सडक़ों के साथ हाट बाजारों में भी वीरानी छाने की संभावना है। हालांकि लोग अभी से गर्मी को देखते हुए सुबह-शाम घरों से निकल रहे हैं, ताकि मौसम की मार से बच सके। गर्मी बढऩे के कारण फुटपाथियों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार 30 व 31 मार्च को कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं बताया जा रहा है कि एक ऊपरी हवा का चक्रवात दक्षिण पश्चिम मध्यम प्रदेश और उसके आसपास 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका मध्य प्रदेश से उत्तर तमिलनाडू तक 0.9 किमी ऊंचाई तक बना हुआ है। जिसके चलते कुछ स्थानों पर 30 व 31 मार्च को एक-दो स्थानों पर अंधड़ के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है, जिससे अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट संभावित है, लेकिन जैसे ही मौमस साफ होगा, फिर से अधिकतम तापमान बढ़ेगी, ऐसे में अप्रैल माह में इस बार तेज गर्मी पडऩे की संभावना है।
सर्द-गर्म की चपेट में आ रहे लोग
मौसम सर्द-गर्म होने के कारण लोगों के सेहत पर भी इसका असर दिखाई देने लगा है। वहीं विगत पांच दिनों से जिले में पड़ रही तेज गर्मी के चलते कई लोग उल्टी-दस्त के चपेट में आ गए थे, साथ ही ज्यादातर लोगों को सर्दी-जुकाम के साथ बुखार की भी शिकायत मिली रही है, जिसके चलते अस्पतालों में सुबह से ही मरीज कतारबद्ध होते नजर आ रहे हैं। वहीं मौसम को देखते हुए डाक्टरों का कहना है कि मौमस में उतार-चढाव को देखते हुए धूप में कम से कम बाहर निकले, साथ ही अगर डिहाईड्रेशन की शिकायत हो तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराएं, ताकि समय से उपचार मिल सके।
मार्च की गर्मी ने मई की दिलाई याद, पारा पहुंचा 38 डिग्री के करीब
विगत पांच दिनों से बढ़ रहे तापमान से लोग होए बेहाल, सर्द-गर्म के चलते स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर
