खरसिया। गौसेवा संगठन गौसेवा के क्षेत्र में नित-नये आयाम स्थापित कर रहा है। शुक्रवार को राकेश केशरवानी के नेतृत्व में गौसेवा संगठन ने 7 डॉक्टर्स की टीम के साथ निरंतर मौत की आगोश में समा रही गौमाता के गर्भ से पहले बछड़े को निकाला और दो दिन पश्चात गाय के पेट का बड़ा ऑपरेशन कर उसके पेट से थैलियां कांच और कचरे का अंबार जो लगभग 50 किलो से अधिक था, निकालकर गाय को नवजीवन प्रदान किया। ऐसे में संपूर्ण क्षेत्र में गौसेवा संगठन के नवयुवकों की भूरि-भूरि प्रशंसा की जा रही है।
दरअसल बेनी पेट्रोल पंप के पास एक गाय कुछ दिनों से लाचार पड़ी हुई थी। गोबर के रास्ते ब्लाक हो चुके थे और अंदर बच्चा फंसा हुआ था। गौसेवा संगठन को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने तुरंत जच्चा-बच्चा दोनों को सुरक्षित रखने का अपना प्रण दोहराया और तुरंत पशु-चिकित्सकों से संपर्क किया। वहीं बुधवार को बच्चे को सकुशल बाहर निकाला तथा शुक्रवार की रात ऑपरेशन कर गौमाता के पेट से करीब 50 किलो से अधिक कचरा निकाला। गाय के पेट से पॉलिथीन के अलावा कपड़े रस्सी लोहा कांच जैसी कई चीजें निकलीं। 4 घंटे चले इस ऑपरेशन को खरसिया क्षेत्र के 7 पशु-चिकित्सक एवं गौसेवा संगठन ने संयुक्त रूप से पूर्ण किया। वहीं जच्चा-बच्चा दोनों को नया जीवनदान प्रदान किया। पेट्रोल पंप परिसर में चले इस रेस्क्यु में पंप संचालक रमेश अग्रवाल का भी उल्लेखनीय सहयोग रहा।
खरसिया नगर गौ सेवा संगठन के प्रमुख राकेश केशरवानी ने बताया कि ऐसे केस में अक्सर गौमाता बेमौत मारी जाती हैं, परंतु पूरे नगर की राहों में पॉलिथीन का अंबार लगा हुआ रहता है और भूखी प्यासी गौमाता इनमें बच्ची-खुची खाने-पीने की चीजों के साथ पॉलिथीन को भी खाकर लगातार इस तरह से परेशान हो रही हैं। ऐसे में उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि खाली पॉलिथीन को राहों में ना फेंका करें। पशु-चिकित्सक डॉ.दिलीप पटेल, डॉ.दीपक पटेल, डॉ.पवन साहू, डॉ.जयशंकर पटेल, डॉ.भागवत साहू, डॉ.पुष्पाकर पटेल सहित गौसेवक राकेश केशरवानी, रानू दर्शन, रंजीत ठाकुर, विशाल सोनी, साहिल सारथी, शुभम कंकरवाल, प्रभात तिवारी, अनुभव पांडेय, राकेश राय, सरवन अग्रवाल और सूरज के इन प्रयासों की सराहना पूरा अंचल कर रहा है।
आपरेशन कर गाय के पेट से निकला गया 50 किलो कबाड़
गौसेवा संगठन ने गौमाता को दिया नया जीवन, 2 दिन पहले गर्भ से निकाला गया था बछड़ा
