रायगढ़। जिले में हाथी लगातार फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोमवार की रात हाथियों का झूंड जंगल से निकलकर काफरमार परिसर के कुरू पहुंचा। जहां 20 किसानों के फसलों को रौंदकर बर्बाद कर दिया। इसके अलावा अमलीडीह और कांटाझरिया में भी फसल नुकसान पहुंचाया है। पिछले कुछ दिनों से 50 हाथियों का दल छाल रेंज के बंगरसुता से खरसिया रेंज में विचरण कर रहा है।
सोमवार की रात हाथियों ने मनिरों बाई राठिया, चमरीन बाई राठिया, नीराबाई, भूदेव राठिया, तुलाराम, रामकुमारी, पुनीराम, छबीलाल, चंद्रमोती, लगन सिंह, कन्हैया राम, अशोक, संतोष समेत 20 किसानों के खेतों घुसकर फसलों को रौंद दिया। इसके अलावा घरघोड़ा रेंज के अमलीडीह में 6 किसानों और रायगढ़ रेंज के कांटाझरिया में 2 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
रात में जागने की मजबूरी
अक्सर शाम ढलने के बाद ही हाथियों की मौजूदगी की जानकारी ग्रामीणों को मिलती है। हाथी गांव तक न पहुंच पाएं, इसके लिए लोग अपने घरों के बाहर आग जलाकर उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि ग्रामीणों को पूरी रात जागकर खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है। जब हाथी खेतों में पहुंच जाते हैं, तो लोग शोर मचाकर उन्हें भगाने की कोशिश करते हैं, लेकिन कई बार वे अपने स्थान से हिलते तक नहीं हैं। इससे फसलों को भारी नुकसान हो रहा है और ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
2 दिनों से कर रहे नुकसान
खरसिया वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले काफरमार गांव में हाथियों का आतंक लगातार दूसरी रात भी देखने को मिला। बीते रविवार रात हाथियों के एक दल ने गांव में घुसकर कैलाश राम, गजट सिंह राठिया, बलदेव राठिया, भूपत राठिया और पवन कुमार के खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया। सोमवार रात को भी हाथियों का दल गांव में वापस लौटा और इस बार लगभग 20 किसानों की फसलों को पूरी तरह रौंद डाला।
हाथियों ने फिर 28 किसानों का फसल किया बर्बाद
50 हाथियों का झूंड खेतों में पहुंच रहा, ग्रामीण रातभर जागने में मजबूर
