सारंगढ़। जिपं अध्यक्ष संजय भूषण पांडे ने कहा कि – हमारे जीवन में शब्दों का महत्व केवल संचार तक सीमित नहीं है। शब्द हमारी सोच, भावनाओं व संस्कारों का आईना होते हैं। जिस प्रकार किसी व्यक्ति के पहनावे, व्यवहार और आदतों से उसकी परवरिश और व्यक्तित्व झलकता है उसी तरह उसकी भाषा और शब्द चयन से उसकी मांनसिकता और आंतरिक संस्कार स्पष्ट हो जाते हैं।भाषा केवल अभिव्यक्ति का साधन नहीं, बल्कि यह हमारे व्यक्तित्व की परिभाषा भी तय करते हैं जैसे – संस्कार वैसे विचार, जैसे विचार वैसे शब्द, बिहार के दरभंगा में मंच से कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए की गई अभद्र टिप्पणी केवल एक व्यक्ति पर आघात नहीं यह पूरे भारत की आत्मा व संस्कृति पर चोट है। प्रधान मंत्री मोदी का जीवन हर भारत वासियों के लिए प्रेरणा है। एक साधारण परिवार से निकलकर मां के संघर्षों और संस्कारों से गढ़ा पुत्र आज राष्ट्र सेवा में पूरी निष्ठा से समर्पित है और विश्व मंच पर भारत का गौरव बढ़ा रहा है। पांडे ने कहा कि मोदी के खिलाफ व उनके मातुश्री के खिलाफ की गई टिप्पणी अलोकतांत्रिक असंवैधानिक है।
उसके लिए उन नेताओं को सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी चाहिए। टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा अमित शाह पर राजनीति हमला करते वक्त शब्दों की मर्यादा की सारी हदें पार कर गई।टीएमसी सांसद ने गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्ति जनक टिप्पणी करते हुए सिर कलम करने की बात कहकर सनसनी मचा दी।पश्चिम बंगाल में अवैध घुस पैठियों पर अपनी बात रखते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि सबसे पहले अमित शाह का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए। वहीं मामले को लेकर महुआ मोइत्रा के खिलाफ कृष्णा नगर में कोतवाली थाने में बीजेपी ने शिकायत दर्ज कराई है। ऐसे असंवैधानिक शब्दों का प्रयोग के लिए महुआ मोइत्रा को सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगनी चाहिए।
मोदी व शाह के खिलाफ दिए बयान के लिए माफी मांगे : संजय
