रायगढ़। कभी बादल तो कभी धूप होने से अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी तो हो ही रहीं है साथ ही मौसम में उमस भी काफी बढ़ गया है, जिसके चलते लोगों को न तो घर में ही चैन मिल रहा है और न ही बाहर, जिसके चलते अब सेहत पर भी असर पडऩे लगा है, हालांकि अब दो दिन बाद जिले में वर्षा का दौर शुरू होने की संभावना जताई जा रही है, इससे अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट आने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि नौतपा में हल्की वर्षा होने के बाद गर्मी से कुछ राहत मिल गई थी, लेकिन उसके बाद अचानक मौसम साफ होते ही उमस बढ़ गया, जिससे अब दोपहर के समय पड़ रही भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर रखा है। इससे अब जहां शहरवासी बारिश की उम्मीद लगाए बैठे हैं तो वहीं किसान भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि अब बारिश शुरू होते ही खरीफ फसल की खेती शुरू की जाएगी, हालांकि अभी तक जो हल्की वर्षा हुई है उससे खेतों की जोताई भी नहीं हो पा रही है, ऐसे में अब बारिश की निंतात जरूरत महसूस की जा रही है। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि एक पश्चिमी विक्षोभ 58 डिग्री पूर्व और 27 डिग्री उत्तर में स्थित है। सथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी-दक्षिण गंगेटिक पश्चिम बंगाल-तटीय उड़ीशा के ऊपर 1.5 किमी से 5.8 किमी ऊचंाई तक बना हुआ है। जिससे 10 जून को एक दो स्थानों पर हल्की वर्ष अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। साथ ही अंधड़ के साथ वज्रपात भी हो सकता है, लेकिन इससे अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिर्वतन होने की संभावना नहीं है।
दो दिन बाद हो सकती है अच्छी बारिश
गौरतलब हो कि जिस तरह से इस बार नौतपा के पहले मौसम बना था, इससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि इस साल समय से पहले मानूसन पहुंच जाएगा, लेकिन अरब सागर से उठने वाली मानसूनी हवाएं कमजोर होने के कारण विलंब हो गया, लेकिन अब फिर से हवा में बदलाव होने की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिससे 12 जून से वर्षा का क्षेत्र बढऩे की संभावना व्यक्त की जा रही है। साथ ही 15 जून के आसपास प्रदेश सहित जिला में व्यापक वर्षा होने की संभावना है। जिसके बाद अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट आने से गर्मी व उमस से राहत मिल सकती है।
सेहत पर पड़ रहा असर
गर्मी व उसम के चलते अब लोगों के सेहत पर भी असर दिखने लगा है, इससे अब अस्पतालों ेमें बुखार के साथ उल्टी-दस्त के भी मरीज आने लगे हैं। जिसको देखते हुए अब डाक्टर उपचार के साथ मौसम की मार से बचने की भी सलाह दे रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है कि गर्मी व उमस के चलते शरीर में पानी की कमी हो जा रही है, जिसके चलते बुखार व उल्टी-दस्त जैसी शिकायत आ रही है। इससे अब मरीजों को समझाईश दी जा रही है कि धूप से बचे और धूप से आने के बाद तत्काल ठंडा पानी का सेवन न करें, साथ ही भोजन कम करें और खीरा-ककड़ी, सलाद का अधिक सेवन करें, ताकि शरीर में पानी का लेबल बना रहे।