रायगढ़। जिले में हाथी के शावक की पानी में डूबने से मौत हो गई। हाथी का दल नहाने के लिए कुरकुट नदी में पहुंचा था। तभी शावक बाहर नहीं निकल सका। घटना घरघोड़ा वन परिक्षेत्र की है।
मिली जानकारी के मुताबिक घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 1271 में 43 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा था। जहां रात के समय हाथी दल नहाने के लिए कुरकुट नदी पर पहुंचा। इस दल में शावक भी शामिल थे। नहाने के बाद बड़े हाथी नदी से बाहर निकल गए, लेकिन एक शावक पानी से बाहर नहीं निकल सका और पानी में डूब गया। सुबह जब ग्रामीणों ने नदी में हाथी शावक को डूबे हुए देखा, तो मामले की सूचना वन अमला को दी गई। इसके बाद वनकर्मी तत्काल मौके पर पहुंचे और हाथी शावक के शव को किसी तरह बाहर निकलवाया। जिसके बाद पंचनामा कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया।
8 महीने में 6 हाथियों की मौत
बताया जा रहा है कि रायगढ़ वन मंडल में हाथियों की लगातार मौत हो रही है। 8 माह में 6 हाथियों की मौत हो चुकी है। अक्टूबर में बकचबा बीट के चुहकीमार नर्सरी क्षेत्र में करंट लगने से 3 हाथियों की मौत हुई थी। इसके बाद दिसंबर और फरवरी में 2 शावकों की मौत पानीखेत के दलदल में फंसने से हुई। सोमवार की रात को फिर से एक हाथी शावक की मौत हो गई।
हाथियों की निगरानी की जा रही
इस संबंध में घरघोड़ा रेंजर चंद्रकुमार राठिया ने बताया कि हाथी का दल अब भी कटंगडीह औ छर्राटांगर क्षेत्र में है, जिस पर निगरानी की जा रही है। जिस शावक की मौत हुई है, वह करीब 3 माह का होगा। मामले में आगे की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
नदी में डूबने से बेबी एलिफेंट की मौत
रात में नहाने पहुंचा था दल
