रायपुर। प्रदेश में एक अप्रैल से 67 नई शराब दुकानें खुलने के विरोध में छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने शराब की बोतलें फोडक़र विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि, सरकार हमें शराब नहीं, दूध चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को आवेदन दिया। छत्तीसगढ़ी महिला संघ की अध्यक्ष मालती परगनिहा ने कहा कि, नई शराब दुकान निरस्त करने की मांग के साथ ही प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए। आने वाले दिनों में गांव-गांव तक जाकर शराबबंदी के लिए महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। शराबबंदी लागू नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
महिला संघ की योगेश्वरी साहू ने कहा कि, सरकार एक तरफ तो महतारी वंदन के नाम पर महिलाओं के खाते में 1 हजार रुपए दे रही है। वहीं, दूसरी ओर शराब बेचकर हर माह 3000 उसी परिवार से वसूल भी कर लेती है। आज समाज में शराब का सबसे दंश महिलांए झेल रही है। शराब के कारण अपराध को बढ़ावा मिल रहा है। साथ ही महिलाएं घरेलू हिंसा, बलात्कार, लूट पाट, आर्थिक तंगी जैसे घनघोर अपराध से शिकार होती हैं। छत्तीसगढ़ी महिला संघ की संगीता सोनी ने कहा कि, यदि सरकार शराब बेच कर ही अपना राजस्व बढ़ाना चाहती है, तो उसको राम राज्य की बात करने का कोई अधिकार नहीं है। आज युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में है। नशे के चलते अपराध में लिप्त हो रहे है। यह देखते हुए भी सरकार नई शराब दुकानें खोल रही है। युवा जो देश का भविष्य है, अगर वो ही नशे में लिप्त होकर शरीर और मन से पंगु हो जाएगा तो हमारा देश आगे कैसे बढ़ेगा।
संघ सदस्या राखी ने कहा कि, सरकार को शराब बिक्री कर राजस्व बढ़ाने की जगह दुग्ध क्रांति की दिशा में योजनाएं बनाना चाहिए। छत्तीसगढ़ में दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर दूध से निर्मित उत्पादों को बढ़ाया जाए। प्रदेश में राजस्व बढ़ाने के लिए बहुत से साधन है। इस दिशा में सरकार कार्य करें और शराबबंदी कर प्रदेश को और खुशहाल बनाने की दिशा में काम करें। महिला संघ की गंगा देवी ने प्रदेश की सीमा से लगे दूसरे प्रदेशों से आने वाली नशीली वस्तुओं पर लगाम ना लग पाने पर चिन्ता जताई और इसके रोक-थाम के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की। साथ ही साथ कफ़ सिरप, वाइटनर और सुलभ नशे पर अंकुश लगाने की मांग की। जो दवा व्यापारी या दुकानदार इसमें लापरवाही बरते उस पर भी कठोर कार्रवाई की मांग की।
शराब की बोतलें फोडक़र महिलाओं ने किया प्रदर्शन
पूर्ण शराबबंदी की मांग, कहा- सरकार से हमें शराब नहीं दूध चाहिए
