जशपुरनगर। जिले समेत प्रदेश भर के शिक्षकों में संविलियन के बाद उनकी वर्षो की पुरानी सेवा को शून्य किये जाने से बड़ी नाराजग़ी है, इसके कारण उन्हें कर्मचारियों को मिलने वाले त्रिस्तरीय क्रमोन्नति/ समयमान वेतनमान से वंचित होना पड़ रहा है। ह्रक्कस् में पूर्ण पेंशन नही मिल पायेगी, ग्रेज्युटी, कैशलीव जैसी सुविधाओं में भी आंशिक लाभ ही मिल पायेगा क्योंकि इन सबका पूर्ण लाभ लेने के लिए निर्धारित समयावधि की सेवा आवश्यक होती है। पुरानी सेवा गणना नही होने से कई तरह की वेतन विसंगतियां भी शिक्षक एल बी संवर्ग के वेतनमान में आई है। वेतन विसंगति को दूर करने की बात मोदी गारंटी में वर्तमान सरकार ने खुद अपने संकल्प पत्र में लिखा है। ऐसे में अपनी इन्ही मांगो को लेकर जिले के हजारों शिक्षक 24 अक्टूबर को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में बड़ा धरना प्रदर्शन करने जा रही है। संविलियन आंदोलन के बाद यह पहला आंदोलन होगा जिसमें सभी प्रमुख शिक्षक संगठन एक साथ एक मंच पर आकर शिक्षक संघर्ष मोर्चा बनाकर आंदोलन कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में जशपुर जिले की एल बी संवर्ग के सभी शिक्षक एक दिवसीय धरना प्रदर्शन हेतु 24 अक्टूबर को जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन कर रैली की शक्ल में अपना ज्ञापन सौंपेंगे, चरणबद्ध आंदोलन के तहत यह कार्यक्रम प्रांत स्तर से निर्धारित किया गया है।
प्रांतीय संचालक एलडी बंजारा ने बताया कि जिले में संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में पूर्व सेवा गणना मिशन के तहत अपनी मांगों को बुलंद करने के लिए शिक्षक इक_ा होंगे जिससे पूरे जिले भर में तालाबंदी की स्थिति निर्मित होगी। सत्ता में आने से पूर्व भाजपा सरकार के द्वारा मोदी की गारंटी के तहत शिक्षकों की मांगों का जल्द से जल्द निराकरण करने का भरोसा दिलाया गया था लेकिन आज पर्यंत तक उनकी मांगों को दरकिनार किया गया है जिससे कर्मचारी वर्ग नाराज है।
जिला संचालक अनिल श्रीवास्तव, विनय सिंह, रूपेश पाणिग्रही, अजय गुप्ता, प्रांतीय संचालक अनिल रावत, तनु ठाकुर, जयेश टोपनो ने जिले के समस्त शिक्षकों से अधिक से अधिक संख्या में उक्त धरना प्रदर्शन एवं रैली के कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील की है।
पूर्व सेवा गणना को लेकर शिक्षक हुए लामबंद
24 अक्टूबर को जिले के स्कूलों में रहेगी तालाबंद
			
			

                                
                             
		
		
		
		
		