खरसिया। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जो पुत्री शाला के नाम से प्रसिद्ध है, यहां सोमवार की सुबह शिक्षकों और प्यून की कमी को लेकर हाई स्कूल की समस्त छात्राएं आंदोलनरत हो गईं। सर्वप्रथम उन्होंने प्रिंसिपल से शिक्षकों की मांग की, वहीं रास्ता भी जाम कर दिया। फिर समस्त छात्राओं के द्वारा नगरपालिका का घेराव किया गया और वहां जमकर नारेबाजी की गई। नगर प्रशासन के कर्मचारियों द्वारा जब कहा गया कि इस समस्या का समाधान शिक्षाधिकारी कार्यालय में हो पाएगा, तो समस्त छात्राओं ने मदनपुर स्थित शिक्षा विभाग की तरफ कूच किया। परंतु हमालपारा पहुंचने पर बीईओ द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया कि शिक्षकों की व्यवस्था अतिशीघ्र की जाएगी, तब छात्राओं ने अपना आंदोलन समाप्त किया।
उल्लेखनीय होगा कि नगरपालिका द्वारा संचालित पुत्रीशाला अब शासनाधीन हो चुकी है। परंतु अब तक यहां नगर पालिका के द्वारा 4 शिक्षकों और 2 प्यून की व्यवस्था दी जा रही थी। अकस्मात ही उन्हें बीच शिक्षासत्र में ही वापस बुला लिया गया। वहीं 4 नियमित शिक्षकों की ड्यूटी निर्वाचन तथा ओबीसी सर्वे में लगा दी गई। जबकि तिमाही परीक्षा होने को है। ऐसे में कन्या उच्चतर विद्यालय की 243 छात्राओं का सब्र टूट गया और वे आंदोलनरत हो गईं। नगर पालिका में नारेबाजी के पश्चात जब बालिकाएं शिक्षाधिकारी कार्यालय के लिए निकलीं, तो रास्ते में ही तहसीलदार और बीईओ शैलेन्द्र देवांगन ने उन्हें आश्वासन दिया कि शिक्षकों की व्यवस्था अतिशीघ्र हो जाएगी, ऐसे में छात्राओं ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया। इसी बीच तेज गर्मी और उमस के बीच एक छात्रा को चक्कर आ गया, जिसे डॉ.डीपी पटेल द्वारा उपचार दिया गया। बीईओ शैलेंद्र देवांगन ने बताया कि शिक्षकों की कमी को देखते हुए आज ही पांच शिक्षकों की और दो भृत्य की व्यवस्था गर्ल्स स्कूल के लिए कर दी गई है।
शिक्षा-सत्र के बीच में ही नगरपालिका ने वापस बुलवा लिए शिक्षक और प्यून
243 छात्राओं के भविष्य के साथ किया खिलवाड़
