रायगढ़। बीते 01 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए निर्णय के विरोध में पूरे भारत में भारत महा बंद की घोषणा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग किए थे। उक्त घोषणा के अनुरूप जहां जिला मुख्यालय रायगढ़ में बंद का कोई खास असर नही दिखा। बुधवार का साप्ताहिक अवकाश होनें के कारण व्यापारिक प्रतिष्ठान वैसे ही बंद रहे जबकि पेट्रोल पंप, बैंक, कपड़ा दुकान, चाय दुकान, होटल, गल्ला दुकान, फल दुकान आदि खुले रहे। हालांकि दोपहर को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शहर में बाईक रैली निकालकर कुछ खुले हुए दुकानों को बंद भी कराया मगर शहरीक्षेत्र में रायगढ़ बंद का मिला जुला असर ही देखा गया। इसके विपरीत खरसिया और सारंगढ़ में बंद का व्यापक असर देखा गया।
आज खरसिया नगर पूरी तरह प्रभावित रहा। आंदोलनकारी ने सुबह 5 बजे से ही सब्जी मंडी व विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अनुनय विनय प्रार्थना करते हुए खरसिया नगर को बंद करने में सफल रहे। ज्ञात हो की पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के अंदर कोटा के अंदर कोटा निर्धारित करने की बात को लेकर पूरे भारत वर्ष के अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति समुदाय आक्रोशित हो गए।
खरसिया नगर को बंद करने में दिनेश कुमार घृतलहरे, कोमल रात्रे कुलदीप टोप्पो, रामनारायण भारद्वाज, भोजराम, दीपक, मोहन भारद्वाज, धनेश्वरी रात्रे, सावित्री कुर्रे, विजय कुमार कुर्रे, दानी लाल धीरहे, देवेंद्र लहरी, सत्यान्यूज एक्का, गुलाब कुजूर और अल्मा खालको, गोमती ध्रुव, एमपी कुर्रे, अनिल कुर्रे, इंद्रदेव सिदार, मनीष कुमार राठिया, छेदुरम राठिया, डॉक्टर विक्रम कुमार राठिया सहित खरसिया के सैकड़ो लोगों ने आंदोलन का समर्थन कर सफल संचालन किया, सैकड़ो लोगों ने आज के आंदोलन को सफल बनाने में एक दिन पूर्व से ही नगर वासियों से संपर्क साथ कर लोगों को में जागृति लाकर आंदोलन को सफल बनाने में अहम योगदान प्रदान किया।
आंदोलन रायगढ़ चौक में सुबह 8 बजे से लोगों की भीड़ इक_ा होनी शुरू हो गई और 2 बजे तक उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के द्वारा समय-समय पर संविधान की अस्मिता के साथ की जा रही छेड़छाड़ एवं सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सीमा से परे जाकर के निर्णय सुनाने की बात को लेकर उपस्थित समुदाय ने नाराजगी जाहिर किया। तत्पश्चात 2 बजे विशाल रैली के शक्ल में खरसिया नगर के हृदय स्थल से होते हुए जैन मेडिकल चौक लखीराम चौक स्टेशन चौक नंद को शहीद नंदकुमार चौक से होते रेस्ट हाउस तक जा ही रहे थे की खरसिया के संविधान सेल अन्वी विभागीय अधिकारी कुमारी वर्मा के द्वारा बढ़ते भीड़ को देखते हुए सामने आकर आंदोलनकारी से ज्ञापन प्राप्त किया। आंदोलनकारी ने मैडम को आभार जताते हुए निश्चित रूप से राष्ट्रपति तक हमारी बात पहुंचाने का निवेदन किया। तत्पश्चात सभी लोगों ने शासन प्रशासन और नगर वीडियो पत्रकार मित्रों कोने-कोने से आए महिला साथियों को आभार जताते हुए कार्यक्रम की समापन की घोषणा किया गया।
सारंगढ़ बंद पूरी तरह सफल रहा
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अजा व अजजा वर्ग के कोटे के अंदर कोटा व कोटे के कोटे के अंदर क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले को पलटने संविधान संशोधन लाने भारत बंद किया गया। कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में यह बात टंकित की गई है कि – हजारों वर्षों से अजा एवं अजजा वर्गों के साथ हुए भेद भाव, छुआछूत, अत्याचार की वजह से पिछड़ेपन के कारण इन वर्गों को समाज के मुख्यधारा में लाने के लिए भारत के संविधान निर्माता ने संविधान में अनुच्छेद 12,14 15, 16, 17, 46, 330, 332, 335, 341 एवं 342 इत्यादि का प्रावधान कर इन वर्गों को राज्य के सेवाओं में व शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण का अधिकार दिया है लेकिन इन अधिकारों को समय-समय पर न्यायालय के माध्यम से निष्प्रभावी करने की कोशिश की है। जिससे संविधान में 77 वां 81वां, 82 वां और 85 वा संविधान संशोधन हुए इसका नवीनतम उदाहरण मा उच्चतम न्यायालय के 7 न्यायधीशो की संवैधानिक पीठ के द्वारा 1 अगस्त 24 को दिया गया निर्णय है। इस के द्वारा अजा एवं अजजा के संवैधानिक प्रावधानों में हस्त क्षेप किया गया है। उपरोक्त निर्णय का अजा अजजा एवं संयुक्त समाज सारंगढ़, छग विरोध करता है।
खरसिया में दिखा भारत बंद का असर तो रायगढ़ शहर में रहा बेअसर
डेढ़ किलोमीटर लंबी संवैधानिक रैली से भर गया शहर का चप्पा-चप्पा
