जशपुर/ मनोरा। जिले से महज 10 किलोमीटर की दूरी मनोरा ब्लॉक के अंतर्गत इन दीनों अवैध बंगला ईट भ_ा का कारोबार जोरों पर चल रहा है। जबकि इसे छत्तीसगढ़ सरकार छत्तीसगढ़ में पूर्णता बंद रखा है बावजूद इसके इस कारोबार से जुड़े लोग बेखौफ होकर क्षेत्र में घने जंगलों के बीच गांव में बांग्ला ईद भ_ा संचालित कर रहे हैं। जिससे पर्यावरण की क्षति हो रही है साथ ही सरकार के नियमों की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही है। मनोरा ब्लॉक के खरसौटा,बेनजोरा,सोगड़ा, डडगांवों समेत पूरे इलाके में बेखौफ होकर इस धंधे से जुड़े लोग सक्रिय है।एक बंगला ईट भ_ा संचालक संजू और बुद्धू से बात करने पर की क्या आपने इसकी अनुमति ले रखी है तो उन्होंने कहा कि हम पीएम आवास के हिटग्राही है और अपने घर बनाने के लिए ईट का निर्माण कर रहे हैं।
जंगल की हो रही है अवैध कटाई
्रउन्होंने खुद ही इस बात को स्वीकार किया की, बांग्ला ईट पकाने के लिए लकड़ी हमने जंगल से काट कर लाया है। जिसे हमारे कैमरे में भी कैद किया गया है,की किस तरह से वे हरे भरे जंगल को काट रहे है। और कोयला दो नंबर का मंगाई है। जबकि एक पीएम आवास के हितग्राही को 300 ईट की जरूरत नहीं पड़ेगी मगर इस बहाने से इस अवैध कारोबार का खेल इस मनोरा ब्लॉक में खुलेआम चल रहा है जिन गांवों में बांग्ला ईट भट्ट संचालित है उन गांव में अव्वल है जैमर्गा एवं बेंजोरा मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी में यह खेल चल रहा है और खनिज विभाग इसऔर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
दूसरे राज्य के कारोबारी है क्षेत्र में सक्रिय
जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के भोले भाले आदिवासियों को बहला फुसलाकर उनकी जमीन में ईट का कारोबार करने अंतर राज्य गिरोह सक्रिय है। इन भोले भाले ग्रामीणों को कुछ पैसों का लालच देकर उनकी जमीन लेकर उसमें बांग्ला ईट का निर्माण करा कर जंगलों के बीच घने जंगल को काटकर बर्बाद किया जा रहा है। इससे यह अंदाजा लगाना बहुत आसान है कि किस तरह अंतर राज्य माफिया यहां इस गोरख धंधे में सक्रिय है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बंगला ईट भट्टा लगाना पूरी तरह से अवैध है। राज्य सरकार इस पर प्रतिबंध लगाई है। और इसे में यदी कोई करता है और जानकारी मिलती है तो संबंधी पर कड़ी कार्यवाही विभाग द्वारा की जाएगी।
– चिरंजीवी कुमार खनिज अधिकारी जशपुर
पीएम आवास के लिए बनाया है ईट
बंगला ईट भ_ा मालिक बिधु से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे पीएम आवास निर्माण के लिए ईट बना रहे है, उन्होंने कहा अभी 300 ईट बन कर तैयार है, बाकी की तैयारी कर रहे है।
अवैध बंगला ईट का कारोबार जोरों पर
राज्य में प्रतिबंध होने के बाद भी संचालित हो रहे बंगला ईट भट्ठा
