रायगढ़। ग्राम पंचायत पेलमा में एसडीम घरघोड़ा रिशा ठाकुर तहसीलदार तमनार रिचा रेल्वे के कर्मचारी गांव में आकर एसईसीएल कंपनी के लिए कोयला खदान खोदने के उद्देश्य से रेल लाइन बिछाने के लिए जबरन दबाव बना रही है और विरोध करने पर बल पूर्वक कार्य कराया जायेगा और रेल लाइन बिछाया और पेसा कानून का उल्लंघन कर रही है।
यह क्षेत्र अनुसूचित पांच के तहत आता है और यहां सरकारी या गैर सरकारी कोई परियोजना लगती है तो ग्राम सभा की अनुमति होना अनिवार्य है परंतु लगातार सरकारी अधिकारी एवं कंपनी के अधिकारियों द्वारा रेल कॉरिडोर के लिए प्रयास किया जा रहा है साथ ही यह पूरा क्षेत्र में जंगलों को काटकर रेल कॉरिडोर बेचने का कार्य करना चाहती है क्षेत्रवासी प्रकृति प्रेमी है वह पेड़ों की पूजा करते हैं और पेड़ों को देवता तुल्य मानते हैं प्रकृति पूजा होने के कारण हुए क्षेत्र के जंगलों को बर्बाद होते नहीं देख सकते साथ ही जंगलों से ही इनका जीवन यापन भी चलता है और छत्तीसगढ़ में पूर्व की सरकार द्वारा जंगलों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पूरे छत्तीसगढ़ में फॉरेस्ट राइट के तहत जंगलों का संवर्धन संरक्षण के लिए ग्राम सभा को पट्टे वितरण किए गए हैं ताकि लोग जंगलों का संरक्षण संवर्धन करें और ग्लोबल वार्मिंग से भी बचा जा सके इस स्थिति में अधिकारियों का कहना है कि रिजर्व फॉरेस्ट में किसी भी प्रकार के ग्राम सभा से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है रेलवे लाइन बिछाने के लिए ग्रामीणों द्वारा जब इसके लिए सरकार से दिए गए अनुमति का दस्तावेज मांगा गया तो क्षेत्रीय अधिकारी रेलवे कर्मचारी और कंपनी के अधिकारी दस्तावेज नहीं दिखा पाए इससे ग्रामीणों का मानना है कि यह सारा कार्य नियम विरूद्ध तरीके से किया जा रहा है अगर इसी प्रकार की स्थिति रही तो आगामी दिनों में भीषण आंदोलन की संभावना दिख रही है।
जिंदल कोल माइंस उत्खनन प्रबंधक के मनमानी रवैए से ग्रामीणों में आक्रोश
