रायगढ़। तमनार विकास खण्ड तमनार क्षेत्रान्तर्गत एसईसीएल क्षेत्र पेलमा, उरबा, हिंझर, जरहीडीह, लालपुर, मडवाडुमर, सक्ता, मिलू पारा, के लोगों द्वारा उरबा के मण्डी प्रांगण में क्षेत्र के जल जंगल और जमीन एवं संस्कृति को बचाने के लिए एक बैठक आहुत की गई जिसमें मुख्य रूप से इन सभी को प्रभावित करने वाले रेल्वे लाइन एवं कोयला खदान को लेकर चर्चा हुई।
बैठक के दौरान सभी पहलुओं पर गहन चर्चा करने के बाद निर्णय लिया गया कि क्षेत्र वासियों कि बिना सहमति के अगर रेल्वे लाइन के लिए जबरन शासन प्रशासन या कंपनी द्वारा सर्वे कार्य कराया जाता है तो पुरे क्षेत्र के लोग विरोध करने के लिए बाध्य होंगे।
इस बैठक में बंशी राठिया भानु राठिया, नरेश राठिया, पोख राज राठिया, घासीराम राठिया, सुखी राम राठिया, सुकुल राठिया, धन सिग राठिया, राजु राठिया, सुरेन्द्र राठिया, मूरली राठिया, राम दुलारी, नकुल राठिया, सरपंच के गोविंद राठिया, निरंजन राठिया, राकेश राठिया, दुष्यंत राठिया, प्रेम कुमार राठिया, शंभु राठिया, प्रेम सिंग राठिया, चक्रधर राठिय,ा सरपंच ललित राठिया, प्रेम सिंह राठिया, संतोष राठिया, ओम प्रकाश नायक, रोहित नायक, मुरली नायक, भारत लाल पटेल, दया चमार राठिया, राम नायक, परमानन्द चैहान, आनंद चैहान, मेहत्तर यादव, सीता राम पटेल, नरेंद्र पटेल, कृपा सिंधु पटेल, नंदलाल पटेल, टिकेश्वर राठिया, सरपंच मेहत्तर राठिया, श्याम राठिया, शिव पटेल आदि प्रभावित गांव के प्रमुख लोगों कि उपस्थित में निर्णय लिया गया।
रेलवे प्रभावित क्षेत्र में जल जंगल जमीन बचाने ग्रामीण हो रहे लामबंद
बिना अनुमति लाईन विस्तार पर विरोध करने लिया निर्णय
