खरसिया। खरसिया नगर के प्रसिद्ध प्रसव विशेषज्ञ रायगढ़ मेडिकल कालेज में पदस्थ प्रोफ़ेसर एवं गायनिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर टी. के. साहू उच्च जोखिम युक्त प्रसव के मामले में सुर्खयों पर आ गए हैं! उनके निपुण उपचार एवं प्रसव शैली की वजह से रायगढ़ जिले के अतिरिक्त अन्य समीपवर्ती जिले तथा उड़ीसा प्रान्त की गर्भ धारित महिलाओं द्वारा जोखिम युक्त प्रसव निदान के लिए रायगढ़ मेडिकल कालेज को प्राथमिकता दी जा रही है ! विगत दिनों प्रसव विशेषज्ञ डॉ साहू द्वारा उच्च जोखिम युक्त प्रसूता नूरजहाँ की दुर्लभ डिलीवरी कराई गई ! ज्ञात हुआ है कि उक्त महिला का ब्लड प्रेशर हाई हो जाने की वजह से उसे सिविल अस्पताल खरसिया में भर्ती कराया गया ! 20 सप्ताह से गर्भस्थ उक्त महिला का ब्लड प्रेसर नियंत्रित नहीं होने की वजह से भ्रूण का विकास शिथिल हो गया ! माता और शिशु के समक्ष जीवन का खतरा उत्पन्न होने पर चिकित्सकों द्वारा गर्भ समाप्ति का परामर्श दिया गया ! चिकित्सकों ने बताया कि 20 सप्ताह गर्भ वाली गर्भवती का बीपी नियंत्रित नहीं होने पर भ्रूण के समक्ष पोषक तत्व एवं आक्सीजन इत्यादि जीवनउ पयोगी पदार्थों की आपूर्ति बाधित हो जाती है ! वहीं दूसरी ओर प्रसूता के समक्ष झटके का दौरा, मस्तिष्क एवं किडनी विकार के अतिरिक्त लकवा ग्रस्त होने की संभावना प्रबल हो जाती है ! अत: माता का जीवन बचाने के लिए गर्भस्थ शिशु को गर्भ से बाहर निकालना आवश्यक हो जाता है ! किन्तु गर्भवती नूरजहाँ केस में समस्या विपरीत हो गई थी ! 15 वर्ष पूर्व प्रथम संतान को सिजीरियन जन्म देने के उपरान्त उसे दूसरा गर्भ ठहरा था ! अत: नार्मल डिलीवरी एवं सिजीरियन डिलीवरी के समक्ष उत्पन्न जोखिम की वजह से उसे मेडिकल कालेज रायगढ़ रिफर करने हेतु बाध्य होना पड़ा ! अंतत: रायगढ़ मेडिकल कालेज के प्रसव विशेषज्ञ डाक्टर टी के साहू द्वारा उच्च जोखिम युक्त महिला की बिना ऑपरेशन नार्मल डिलीवरी सम्पन्न कराई गई ! मेडिकल कालेज सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डाक्टर त्रिभुवन कुमार साहू पेट एवं बच्चेदानी से 28-30 किलो का ट्यूमर निकालने में सफल सिद्ध हुए हैं ! विगत माह उनके द्वारा आपस मे शरीर से जुड़े हुए जुड़वाँ बच्चे का सामान्य तौर पर आश्चर्य जनक मृत जन्म कराया गया !



