जशपुर। सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून का दुरुपयोग कर पंचायत सचिवों से जबरन वसूली का प्रयास करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान सक्ती के रहने वाले तरुण भारद्वाज (22) के रूप में हुई है। मामला दुलदुला थाना क्षेत्र का है।
मामले की शुरुआत तब हुई जब ग्राम पंचायत कस्तूरा जामपानी की सचिव देवकी यादव (45) को एक आरटीआई आवेदन मिला। यह आवेदन जनपद पंचायत दुलदुला के माध्यम से प्राप्त हुआ था। इसमें 1 फरवरी 2020 से 21 अगस्त 2025 तक 15वें वित्त से किए गए सभी कार्यों से संबंधित दस्तावेज मांगे गए थे। जिनमें इंजीनियर का प्रतिवेदन, जांच रिपोर्ट, भौतिक सत्यापन, कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र, ग्राम सभा का प्रस्ताव, रजिस्टर और बिल-वाउचर की सत्यापित प्रतियां शामिल थीं। सचिव ने आवेदक को सूचित किया कि यह जानकारी आरटीआई अधिनियम की धारा 5(4) के तहत उपलब्ध नहीं कराई जा सकती।
इसके बाद आरोपी ने जनपद पंचायत दुलदुला में प्रथम अपील दायर की। जिसकी सुनवाई 19 नवंबर 2025 को होनी थी। यह भी सामने आया है कि दुलदुला जनपद पंचायत के अंतर्गत सभी 30 पंचायत सचिवों को इसी तरह के आरटीआई आवेदन भेजे गए थे। इससे पता चलता है कि आरोपी का उद्देश्य शुरुआत से ही व्यापक दबाव बनाकर आर्थिक लाभ कमाना था। घटना में नया मोड़ 18 नवंबर को आया, जब सचिव देवकी यादव को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को तरुण भारद्वाज बताया और पूछा, ‘जानकारी देनी है या कुछ व्यवस्था करनी है?’
सचिव को धमकी भरा फोन
जब सचिव ने ‘व्यवस्था’ का अर्थ पूछा, तो आरोपी ने धमकी देते हुए कहा कि ‘हर पंचायत सचिव 3,000 रुपए दे दें, नहीं तो मैं आरटीआई के जरिए सारी जानकारी निकालकर आप सभी को बर्खास्त करा दूंगा और जेल भिजवा दूंगा।’ सचिव ने डर के बावजूद पूरी बातचीत अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली। सचिवों की शिकायत पर दुलदुला पुलिस ने बीएनएस की धारा 308(2) के तहत केस दर्ज जांच शुरू की। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी तरुण भारद्वाज को उसी समय जनपद पंचायत कार्यालय दुलदुला के परिसर से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार किया। आरोपी के मुताबिक, उसे जानकारी मिली थी कि आरटीआई के नाम पर विस्तृत दस्तावेज मांगकर लोगों को ब्लैकमेल कर बड़ी रकम कमाई जा सकती है, जिसके चलते उसने 30 पंचायत सचिवों से रकम ऐंठने की योजना बनाई थी। आरोपी ने यह भी बताया कि यह उसका पहला प्रयास था।पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल जब्त कर लिया है और मामले की आगे जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपी के पीछे कोई अन्य व्यक्ति या गिरोह शामिल है या पूरा रैकेट चल रहा है।
न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल
इस मामले पर एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया दुलदुला क्षेत्र में फर्जी आरटीआई एक्टिविस्ट बन कर पंचायत सचिवों से रुपए की मांग करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है। सूचना के अधिकार कानून का दुरुपयोग कर ब्लैकमेलिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आरोपी के अन्य संभावित अपराधों की भी जांच कर रही है।
फर्जी आरटीआई एक्टिविस्ट गिरफ्तार
पंचायत सचिवों से 90 हजार वसूली का प्रयास, न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल



