रायगढ़। पुसौर पुलिस ने साइबर ठगी के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले दो म्यूल खाता धारकों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। जानकारी के अनुसार भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के ‘समन्वय’ पोर्टल से साइबर अपराध से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां शोध एवं अनुसंधान के लिए पुलिस को उपलब्ध कराई जाती हैं। इसी क्रम में प्रदेश के विभिन्न बैंकों में साइबर धोखाधड़ी से प्राप्त रकम के लेनदेन में प्रयुक्त हुए खातों का विवरण साइबर सेल रायगढ़ को प्राप्त हुआ था। जांच के दौरान पुसौर क्षेत्र के कारीछापर निवासी ईश्वर सिदार का नाम सामने आया, जिसे तलब कर पूछताछ की गई।
पूछताछ में ईश्वर सिदार ने बताया कि उसके गांव के ही ऋषि कुमार सिदार ने उसे बैंक में जाकर अपने नाम से खाता खुलवाने के लिए कहा था और बदले में प्रतिमाह 1000 रुपये देने का लालच दिया था। ईश्वर सिदार ने कर्नाटक बैंक में खाता खुलवाकर पासबुक ऋषि को सौंप दी थी, जिसके एवज में उसे 1000 रुपये मिले भी थे। इस खाते के लेनदेन के बारे में उसे आगे कोई जानकारी नहीं थी। साइबर सेल की जांच में उक्त खाते में कुल 6,92,200 रुपये साइबर धोखाधड़ी से प्राप्त राशि के रूप में जमा होना पाया गया। दोनों आरोपी यह जानते हुए कि इन खाते के जरिए अवैध रूप से ठगी की रकम को हासिल कर उसे आगे पहुंचाने का कार्य जावेगा और उन्होंने यह कृत्य किया ।
साइबर सेल रायगढ़ की लिखित शिकायत पर धारा 317(2), 317(4), 317(5), 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। जांच के दौरान ईश्वर सिदार (29 वर्ष) तथा ऋषि कुमार सिदार (33 वर्ष), दोनों निवासी कारीछापर थाना पुसौर, के विरुद्ध अपराध साबित होने पर उन्हें कल 13 नवंबर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया।
साइबर ठगी : दो म्यूल खाता धारक गिरफ्तार



