रायगढ़। राष्ट्रीय एकता के शिल्पकार एवं भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर तमनार के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में भव्य स्वदेशी मेला का आयोजन किया गया। इस मेले का उद्देश्य आम नागरिकों में स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देना और स्थानीय कारीगरों एवं महिला समूहों को प्रोत्साहन प्रदान करना रहा। इस अवसर पर प्रदेश के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक श्री ओ.पी.चौधरी, लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, सहित जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने हस्तनिर्मित वस्तुओं, पारंपरिक कलाकृतियों और ग्रामीण स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना की और अनेक वस्तुएं स्वयं खरीदकर लोगों को स्वदेशी उत्पाद अपनाने का संदेश दिया। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि स्वदेशी अपनाना केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वाभिमान का प्रतीक है। जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं का उपयोग करते हैं, तो हम अपने ही भाइयों और बहनों के परिश्रम को सम्मान देते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की।
मेले में जिले के विभिन्न महिला स्व-सहायता समूहों, युवाओं और कारीगरों ने अपनी सृजनशीलता का शानदार प्रदर्शन किया। राखी ग्राम संगठन (बजरमुड़ा)और तमनार एसएसजी मार्ट द्वारा सहायता समूहों की पारंपरिक खाद्यान्न सामग्री, नारी शक्ति ग्राम संगठन (बांझी खोल) एवं आरती क्लस्टर (मीलुपारा) द्वारा महुआ अचार व घरेलू उत्पाद, हथकरघा बुनकर उद्यम (नागरामुड़ा) द्वारा हस्तनिर्मित वस्त्र, सरस्वती स्व-सहायता समूह (गदगांव) द्वारा बांस से निर्मित टोकरी, झाड़ू, सुपेली और अन्य वस्तुएं, लक्ष्मी स्व-सहायता समूह (राबो) द्वारा घरेलू खाद्यान्न सामग्री का आकर्षक प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत सोलर पैनल स्थापना से ऊर्जा बचत की जानकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना तमनार द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं मुख्यमंत्री बाल संदर्भ शिविर से संबंधित स्टॉल भी लगाए गए। इस अवसर पर बिहान बैंक सखी द्वारा ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं और स्वावलंबन के प्रति जागरूक किया गया।
तमनार के सेजेस परिसर में हुआ स्वदेशी मेला का आयोजन
वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी एवं सांसदों ने किया स्टालों का अवलोकन-स्वदेशी उत्पाद अपनाने किया प्रोत्साहित, स्थानीय उत्पादों के प्रोत्साहन व आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक प्रेरक पहल



