रायगढ़। जिले में एक बार फिर से कोड़ातराई एयरपोर्ट निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो रही है। विमानन विभाग से प्रशासन को इस संबंध में पत्र मिला है। जिसके बाद कलेक्टर ने राजस्व विभाग को भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। आने वाले समय में रायगढ़ को भी अपना एयरपोर्ट मिल सकता है।
साल 2012 में कोडातराई में एयरपोर्ट बनाने की योजना बनाई गई थी। तब प्रारंभिक काम शुरू हुआ था। कोडातराई, औरदा, जकेला और बेलपाली गांवों की जमीन की खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन कुछ तकनीकी और प्रशासनिक अवरोधों के कारण यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। अब एक बार फिर इस पर काम शुरू किया जा रहा है। विमानन विभाग से पत्र मिलने के बाद कलेक्टर ने एसडीएम को भू-अर्जन की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए हैं। करीब 13 साल पहले राज्य शासन और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के बीच एमओयू हुआ था, जिसके तहत कोडातराई हवाई पट्टी को 4सी व्हीएफआर कैटेगरी एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की योजना थी। उसी एमओयू के अनुसार अब फिर से रायगढ़ एयरपोर्ट परियोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है।
चार गांवों में जमीन खरीद-बिक्री पर रोक
2012 में जब एयरपोर्ट परियोजना प्रारंभ हुई थी, तब चार गांवों में जमीन चिन्हांकित की गई थी।
कोड़ातराई- 184 किसानों की 64 हेक्ट.
औरदा- 75 किसानों की 29 हेक्टेयर,
बेलपाली- 44 किसानों की 48 हेक्टेयर
जकेला- 132 किसानों की 86 हेक्टेयर
कुल मिलाकर 569 एकड़ जमीन एयरपोर्ट के लिए चयनित की गई थी। इसमें मौजूदा हवाई पट्टी की 23 एकड़ जमीन भी शामिल है।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दी जानकारी
प्रदेश के वित्त मंत्री और रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि, एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। निर्माण कार्य बाद में होगा, लेकिन अभी अधिग्रहण का काम जल्द शुरू होगा।
सर्वेक्षण का काम जारी
एसडीएम महेश शर्मा ने बताया कि शासन से पत्र प्राप्त हो चुका है और अब प्रभावित क्षेत्र का सर्वेक्षण कर भू-अर्जन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि, 2012 में कुछ कारणों से काम रुक गया था, लेकिन अब प्रक्रिया दोबारा शुरू हो गई है। प्रारंभिक चरण का काम चल रहा है, और बहुत जल्द रायगढ़ के लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
कोड़ातराई में 4सी व्हीएफआर कैटेगरी का बनेगा एयरपोर्ट
भू-अर्जन प्रक्रिया तेज, विमानन विभाग ने भेजा पत्र



