खरसिया। धर्म नगरी खरसिया के छपरी गंज स्थित झुंझनु वाली श्री दादी राणी सती मंदिर में नारी शक्ति और सम्मान की प्रतीक दादी जी का मेहंदी उत्सव बड़ी धुमधाम से श्री राणी सती सेवा समिति द्वारा 12 एवं 13 नवंबर दो दिन मनाया जावेगा। बताते चलें कि राणी सती दादी, जिन्हें नारायणी देवी के नाम से भी जाना जाता है, राजस्थान की एक वीरांगना हैं जिन्हें उनके पति के देहांत के बाद सती होने के लिए पूजा जाता है। ‘उन्हें नारी शक्ति और सम्मान का प्रतीक माना जाता है।’ राजस्थान के झुंझुनू में उनका मुख्य मंदिर स्थित है, जो एक विशाल राजमहल की तरह दिखता है और संगमरमर से बना है। पूरे भारत में उनके कई मंदिर हैं, और शनिवार और रविवार को भक्तों की भीड़ विशेष रूप से होती है।श्री राणी सती सेवा समिति के अमोल अग्रवाल (भुरू) ने बताया कि श्री राणी सती दादी का मेहंदी उत्सव सुहागन स्त्रियों और दादी के भक्तों के लिए धर्म और आस्था का प्रतीक है। दादी जी के मेहंदी उत्सव के अवसर पर दो दिवसीय उत्सव श्री राणी सती दादी मंदिर में धूमधाम से मनाने की तैयारी जोरो से चल रही है। 12 नवंबर बुधवार को दो दिवसीय दादी जी की मेहंदी उत्सव का कार्यक्रम शाम 4 बजे से प्रारंभ होगा जिसमें नगर के प्रसिद्ध भजन गायक राजेश अग्रवाल बोडू द्वारा अपनी सुमधुर वाणी में दादी जी के भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। सुहागिनों और भक्तों द्वारा दादी जी का रतजगा रात्रि 8 बजे से प्रारंभ होगा। 13 नवंबर को सुबह 11 बजे दादी जी का चुंदड़ी चूड़ा सिंगार, आरती पूजन के पश्चात दादी जी को छप्पन भोग अर्पित करते हुए भक्तों में वितरित किया जाएगा। आरती पूजन के पश्चात भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन दोपहर 12-45 बजे किया जावेगा। दोपहर तीन बजे से टाटानगर से पधारे सुप्रसिद्ध संगीतमय दादी जी के मंगल पाठ गायक मनोज शर्मा मोनू द्वारा अपनी सुमधुर वाणी में मंगल पाठ में विराजमान भक्तों के बीच किया जावेगा। इनका साथ खरसिया के प्रसिद्ध भजन गायक और मंगल पाठ कर्ता राजेश अग्रवाल द्वारा दिया जाएगा। दादी जी के मंगल पाठ में सुहागन महिलाओं और भक्तों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था समिति द्वारा की गई है। श्री दादी राणी सती जी के मंदिर को रंग बिरंगी विद्युत झालरो से सजाया गया है। झुंझनु वाली राणी सती धर्मादा ट्रस्ट व राणी सती सेवा समिति के सभी सदस्य भक्त कार्यक्रम को भव्यता देने में तन मन धन से लगे हुए है।



