जशपुरनगर। जिले के कुनकुरी व नारायणपुर थाना क्षेत्रांतर्गत दो बच्चियां घर वालों से नाराज होकर, बिना बताए चली गई थी, पुलिस ने अंबिकापुर से ढूंढ कर वापस लाई, ऑपरेशन मुस्कान के तहत् पुलिस ने तीन नाबालिक बच्चियों को ढूंढ कर तीन परिवारों के चेहरे पर मुस्कान लाईयी है। गुम नाबालिक बालिका अपनी सहेली की मोबाइल फोन को वापस करने, घर वालों को बिना बताए चली गई थी।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार 8 नवंबर को थाना कुनकुरी क्षेत्रांतर्गत दो अलग अलग ग्राम के दो परिजनों ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि उनकी दो 16 वर्षीय नाबालिक बच्चियां जो कि आपस में सहेली है, 8 नवंबर को सुबह लगभग 8 से 9 बजे के मध्य, घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी, परंतु शाम होने पर भी घर नहीं पहुंची, वे अपने साथ मोबाइल फोन भी रखी थीं, जिस पर परिजनों के द्वारा संपर्क करने पर, मोबाइल स्विच ऑफ़ बता रहा था। जिस पर परिजनों के द्वारा आस पास, रिश्तेदारों, सहेलियों में पता साजी किया गया कहीं पता नहीं चला।
चूंकि मामला दो नाबालिक बच्चियों के गुम होने से संबंधित था अत: पुलिस के द्वारा मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, तत्काल मामले के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया। व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर थाना कुनकुरी में गुम इंसान व बी एन एस की धारा 137(2) के तहत मामला पंजीबद्ध कर, गुम बच्चियों की पता साजी की जाने लगी। पता साजी के दौरान पुलिस को दिनांक 09.11.25 को पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद से पता चला, गुम नाबालिक बालिकाएं, अंबिकापुर में है, जिस पर पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए, अंबिकापुर के बस स्टेशन से दोनों बच्चियों को सकुशल बरामद कर, वापस लाया गया व परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। बालिकाओं के साथ किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई है। पूछताछ पर दोनों गुम नाबालिक बालिकाओं ने बताया कि वे घर वालों की किसी बात से नाराज होकर, उन्हें बिना बताए बस में बैठकर अंबिकापुर आ गईं थी।
मामले की कार्यवाही व गुम बालिकाओं को सकुशल दस्तयाब करने में थाना प्रभारी कुनकुरी निरीक्षक राकेश कुमार यादव, प्रधान आरक्षक दलेश्वर यादव, आदित्य साय पैंकरा, रिवेंद्र प्रजापति, व महिला आरक्षक निशा पांडे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसी क्रम में थाना नारायणपुर क्षेत्रांतर्गत एक 16 वर्षीय नाबालिक बालिका के गुम के मामले में, दिनांक 08.11.25 को थाना नारायणपुर क्षेत्रांतर्गत एक ग्राम के प्रार्थी ने थाना नारायणपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि दिनांक 08.11.25 को सुबह 08.00 बजे के लगभग, वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ, धान की कटाई करने खेत की ओर गया था, उसकी 16 वर्षीय नाबालिक बेटी घर में अकेली थी, दोपहर के समय जब वे खाना खाने, वापस अपने घर आए तो देखा कि उसकी नाबालिक बेटी घर में नहीं, थी, आस पास पता साजी करने पर, गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि वह किसी व्यक्ति के साथ मोटर सायकल में जा रही थी, उक्त व्यक्ति के द्वारा उनको टोकने पर, उसकी नाबालिक बेटी ने बताया था कि वे गांव के पास ही स्थित एक डेम में घूमने के लिए जा रहे हैं। जिस पर प्रार्थी को संदेह है कि किसी व्यक्ति के द्वारा उसकी नाबालिक बेटी को बहला फुसलाकर कर ले जाया गया है। रिपोर्ट पर तत्काल थाना नारायणपुर में गुम इंसान व बीएनएस की धारा 137(2 ) के तहत मामला पंजीबद्ध कर पता साजी में लिया गया।।
पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए, मुखबिर की सूचना व पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद व परिजनों के सहयोग से दिनांक 08.11.25 को ही, सूचना के चंद घंटों में गुम 16 वर्षीय नाबालिक बालिका को, थाना बगीचा क्षेत्रांतर्गत एक ग्राम से उसकी सहेली के घर से दस्तयाब कर वापस लाया गया व सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया गया है। पुलिस की पूछताछ पर गुम नाबालिक बालिका ने बताया कि वह अपनी सहेली की मोबाइल फोन को वापस करने के लिए, घर वालों को बिना बताए आ गई थी। मामले में पुलिस की जांच जारी है। मामले की कार्यवाही व गुम बालिका की दस्तयाबी में, थाना प्रभारी नारायणपुर उप निरीक्षक राज कुमार कश्यप, आरक्षक अविनाश सोनी, सैनिक ओमप्रकाश यादव व वीरेंद्र भगत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए, थाना कुनकुरी क्षेत्रांतर्गत दो नाबालिक बालिकाओं व नारायणपुर क्षेत्रांतर्गत एक नाबालिग बालिका को ढूंढ सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया है।
तीन नाबालिक बच्चियों को ढूंढने में पुलिस को मिली सफलता



