रायगढ़। अंबुजा सीमेंट के लिए आंबटित पुरूंगा कोल ब्लॉक की जनसुनवाई निरस्त करने रैली कर सौंपा ज्ञापन। क्षेत्रीय विधायक लालजीत राठिया की मौजूदगी ने ग्रामीणों का हौसला बढ़ाया। रैली में ग्रामीण महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा चार गुना रही।
छत्तीसगढ़ में यह स्थिति हर जगह हर कंपनी के विरोध में प्रदर्शन स्थल पर देखने को मिलता है कि गांव वालों विरोध तो करते हंै लेकिन उसी गांव के पुरूषों की आंदोलन रैली में मौजूदगी संख्या महिलाओं की संख्या की अपेक्षा बहुत कम होती है और जो पुरुष दिखाई देते हैं वो बाहरी होते हैं जो गांव वालों का नेतृत्व किया करते हंै बस यही कारण है आज तक कोई भी जनसुनवाई के बाद कोई भी खदान निरस्त नहीं हुआ और कोई भी कंपनी ने अपना काम बंद नहीं किया कारण पुरूषों का आंदोलन में शामिल नहीं होकर अप्रत्यक्ष रूप से कंपनी का समर्थन होता है और यह सभी काम बाहरी दलालों स्वयं सेवी संस्थाएं के माध्यम से किया जाता है। जनसुनवाई जब होता है तो गांव के लोग अपनी बात नहीं रख पाते हंै और बाहरी प्रायोजित लोग बड़ी संख्या में कंपनी का विरोध करने पहुंच जाते हैं और गांव वालों को लगता है कि हम जीत गए क्योंकि बहुत विरोध हुआ है जो भोली भाली जनता नहीं समझ पाते हैं कि यह सब एक खेल किया जाता है। जनसुनवाई के बाद जब रिपोर्ट ई.ए.सी. की बैठक में रखा जाता है तो परिणाम यह निकलता है कि कंपनी का विरोध तो हुआ लेकिन विरोध करने वाले प्रभावित गांवों के ना होकर बाहर के थे इसलिए जनसुनवाई का विरोध शुन्य हो जाता है।
पुरूंगा कोल ब्लॉक की जनसुनवाई निरस्त करने फिर उठी मांग
ग्रामीणों ने रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन, विधायक लालजीत भी रहे उपस्थित



