रायगढ़। गोपाष्टमी पर्व पर जगह-जगह गायों को तिलक व फूल माला पहना कर पूजा-अर्चना की गई। साथ ही शहर के चक्रधर गौशाला को भी सजाया गया था, जहां सुबह से ही कोई चारा खिलाकर तो कोई गुड़ और रोटी खिलाकर गौ-माता से आशीर्वाद लेते नजर आया।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को गोपाष्टमी पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। चक्रधर गौशाला में सुबह से ही श्रद्धालुगण पहुंच कर गायों को फुल-माला व कपड़े ओढ़ाकर माथे पर चंदन का तिलक लगा कर पूजा अर्चना किया गया। साथ ही श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना करने के बाद गाय को चारा भी खिलाया। हालांकि हर साल गोपाष्टमी पर्व पर एक दिन पहले से ही ग्रामीण क्षेत्र के लोग चारा लेकर गौशाला पहुंच जाते हैं। ऐसे में बुधवार को सुबह से ही चारा बेचने वाले गौशाला के बाहर स्टाल लगाए थे, जहां चारा खरीदने के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही जो सुबह से लेकर शाम तक पूजा-अर्चना करते रहे। मान्यता है कि गाय में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। इससे इनकी विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से देवी-देवता प्रशन्न होकर पूरे परिवार में समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही यह भी कहा जाता है कि किसी भी कार्य को आरंभ करने के पूर्व गाय की पूजन करने से सफलता जरूर मिलती है। इसी मान्यता को लेकर बुधवार को पूरे दिन पूजा-पाठ का दौर चलता रहा।
चारा-विक्रेताओं की बल्ले-बल्ले
बुधवार को सुबह से ही घांस व हरी सब्जी का स्टाल चक्रधर गौशाला के सामने सज गई थी। जिससे लोगों ने जमकर खरीदी किया। इस संबंध में विक्रेताओं ने बताया कि इस बार अन्य सालों की अपेक्षा अच्छी बिक्री हुई है। वहीं कई भक्तों द्वारा घांस के अलावा गुड का भी दान किया। ताकि गौशाला संचालक द्वारा पूरे साल गायों को चारा के साथ गुड भी दिया जा सके।
गुड और रोटी खिलाकर लिया आशीर्वाद
बुधवार को गौशाला में पूजन करने आए भक्तों से बात की गई तो उनका कहना था कि गौ-माता को गुड और रोटी बेहद पसंद है, ऐसे में गौशाला के संचालक की तरफ से सुबह से ही यहां रोटी तैयार किया जा रहा था, जिससे पूजा-पाठ के बाद लोगों ने यहीं से रोटी खरीदकर गुड़ के साथ गौ-माता को खिलाया। कई लोगों ने तो अपने वजन के बराबर अन्न और गुड को भी दान किया। इस दौरान लोगों ने बताया कि अपने वजन के बराबर गौ-माता को अन्न दान करने से सभी समस्या दूर होती है। इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया।
बैसपाली गौशाला में भी हुआ आयोजन
शहर से करीब 20 किमी दूर बैसपाली गौशाला में भी सुबह से भक्तों का भीड़ लगना शुरू हो गया था। गौशाला संचालक द्वारा गायों को अलग-अलग जगह रखा गया था, ताकि लोगों को पूजा-पाठ करने में समस्या का सामना न करना पड़े। ऐसे में सुबह से लेकर देर शाम तक लोगों ने गाय की पूजा-अर्चना किया।
गोपाष्टमी पर गायों की हुई पूजा-अर्चना
गौशाला में सुबह से ही लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता



