रायगढ़। धनतेरस और दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। इसी क्रम में आज 15 अक्टूबर को पुलिस कंट्रोल रूम रायगढ़ में सराफा व्यापारियों और बैंक अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
पहली बैठक शहर के सराफा व्यापारियों के साथ हुई, जिसकी अध्यक्षता नगर पुलिस अधीक्षक मयंक मिश्रा ने की। बैठक में डीएसपी साइबर सेल अनिल विश्वकर्मा और नगर कोतवाल सुखनंदन पटेल उपस्थित रहे। सीएसपी श्री मिश्रा ने बताया कि धनतेरस और दीपावली के दौरान बाजारों में लेनदेन और भीड़ बढऩे के कारण आपराधिक तत्व सक्रिय हो सकते हैं, ऐसे में सराफा दुकानों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से मार्केट क्षेत्र में विशेष पेट्रोलिंग की जाएगी तथा सादी वर्दी में पुलिसकर्मी भीड़ में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे। साथ ही सराफा संचालकों से कहा गया कि वे भी अपने स्तर पर कर्मचारियों को अलर्ट रखें, दुकान खोलते और बंद करते समय सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। बैठक में अधिकारियों ने यह भी निर्देश दिए कि सीसीटीवी कैमरों की नियमित जांच करें, रिकॉर्डिंग की स्थिति सुनिश्चित रखें और रात्रि में ड्यूटी पर तैनात गार्डों को भी सीसीटीवी की निगरानी का निर्देश दें।
इनकी रही मौजूदगी
इस दौरान सराफा व्यापारी श्याम सुंदर, पवन अग्रवाल, गौरव अग्रवाल, विजय सोनी, अनिल अग्रवाल, ऋषभ अग्रवाल, नटवर अग्रवाल, अशोक सोनी, संतोष तिवारी, अखिल केडिया, विवेक सोनी और राज मेहर को आवश्यक सुरक्षा दिशानिर्देश दिए गए और उन्हें बताया गया कि इन निर्देशों को अपने व्यापारी समूहों में साझा करें। बैठक में सभी प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैंकों की सुरक्षा पर रहेगा फोकस
बैंक प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन बैंक के लॉकर, मुख्य गेट और खिड़कियों की फिजिकल जांच करने की आदत डालें, सुरक्षा गार्डों को नियमित रूप से अलर्ट रहने का निर्देश दें और बैंक परिसर के आसपास संदेहास्पद गतिविधियों पर निगरानी रखें। साथ ही सीसीटीवी कैमरों और अलार्म सिस्टम की जांच नियमित रूप से करने, कैश मूवमेंट का समय बदल-बदल कर तय करने तथा बैंक सुरक्षा को लेकर पुलिस और बैंक के बीच संयुक्त अभ्यास (रिहर्सल) करने की बात कही गई। बैठक में कहा कि वर्तमान समय में साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस और बैंकों के बीच तालमेल बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि म्यूल अकाउंट की पहचान कर उन पर कार्रवाई के लिए बैंक तत्काल पुलिस को सूचना दें। साथ ही पुलिस और बैंक मिलकर साइबर अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित करें ताकि आम नागरिकों को भी साइबर फ्रॉड से बचाव के उपायों की जानकारी मिल सके। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बैंक सुरक्षा में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कई बार कर्मचारी समय से पहले या बैंक बंद होने के बाद भी कार्य करते हैं, ऐसे समय विशेष सतर्कता जरूरी है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि सुरक्षा से जुड़े किसी भी सुझाव या जानकारी को केवल व्हाट्सएप ग्रुप तक सीमित न रखें, बल्कि नियमित रूप से पुलिस को सूचित करें।
धनतेरस और दीपावली को लेकर पुलिस सख्त
सराफा व्यापारियों व बैंक अधिकारियों के साथ हुई सुरक्षा बैठक
